सिवनी। जनपद पंचायत केवलारी के ग्राम पंचायत रायखेड़ा में थावरी गांव के लोग बुनियादी सुख-सुविधाओं के लिए परेशान है, यहां न पक्की सड़क है, न पीने के लिए साफ पानी और न ही बिजली. गांव के लोग भौतिक सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं.
विकास की आस में गुजर गईं पीढ़ियां, आजादी के सात दशक बाद भी कायम है अंधेरा - मूलभूत सुविधाओं
सिवनी में आजादी के 73 साल बाद भी रायखेड़ा पंचायत के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं, सुविधाओं से वंचित ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन होश में आओ और सरपंच सचिव के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए.
मूलभूत सुविधाओं से बंचित ग्रामीण
सिवनी। जनपद पंचायत केवलारी के ग्राम पंचायत रायखेड़ा में थावरी गांव के लोग बुनियादी सुख-सुविधाओं के लिए परेशान है, यहां न पक्की सड़क है, न पीने के लिए साफ पानी और न ही बिजली. गांव के लोग भौतिक सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं.
Intro:मूलभूत सुविधाओं से बंचित ग्रामीण,
सरपंच सचिव को होश में आओ और मुर्दाबाद के लगे नारे
Body:ग्रामीण परेशान (स्पेशल)
सिवनी:-
आजादी के 73 साल बाद भी सिवनी जिले की जनपद पंचायत केवलारी के ग्राम पंचायत रायखेड़ा के ग्राम थावरी जो केवलारी तहसील मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर जहाँ बिकाश कार्य धरातल में कोशो दूर है यहाँ के लोग आज भी आजादी के पहले दौर में जीने को मजबर हे ना यहां पक्की सड़क है ना पीने के लिए साफ पानी और न ही बिजली यहाँ के लोग मूल भूत सुभिधाओ के लिए तरस रहे है सरकारे ग्रामीणों के विकास के लाख वादे करें परंतु सच्चाई सामने है
एक तरफ केंद्र और राज्य की सरकार पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों को विकसित करने के बड़े-बड़े वादे कर रही हैं वहीं दूसरी ओर यहाँ के लोग आज भी आपने पूर्ववजो के भाती दूरदराज के जंगल गांवों और कबीलों की जिंदगी बिताने को मजबूर हैं थावरी गांव के नागरिक
वही जिम्मेदार अधिकारी और राजनेता आंखों में पट्टी बांधे धृतराष्ट्र बने हुए हैं और किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहे हैं
Vo :--ग्रामीणों का कहना हैं की गांव में ना पक्की सड़कें हैं ना पक्की नालियां है ना पीने के लिए साफ पानी है ना ही रोडो में स्टेट लाइट है। बरसात के महीनों में हमारे बच्चों का स्कूल जाना भी बंद हो जाता है यदि बरसात के समय उनके ग्राम में यदि लोग बीमार हो जाते है मरीज को ले जाने के लिए सड़को से चार पहिया वाहन निकालने के लिए घंटो मस्कत करना पड़ता ग्रामीणों का आरोप है उनके द्वारा जिम्मेवार अधिकारियों से लेकर राजनेताओ को अपनी ग्राम की समस्याओं से अवगत तो कराया गया लेकिन आज तक उनके में ग्राम बिकाश कार्यो से बंचित है वही शासन की ओर से विकास के लिए आने वाली राशियो को भी बंदर बाँट कर ग्राम पंचायत कहा बिकाश करवाया गया ये ग्राम को लोगो को नही पता ना ही उनके द्वारा ग्राम सभाओं में लेखा-जोखा दिया जाता और ग्राम वासियो ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा बिकाश के नाम ग्राम में एक दो कार्य ऐसे हुए है जिनका जनता को लाभ की जगह उनको परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ग्राम पंचयात के सरपंच सचिव द्वारा बिकाश के नाम पर स्कूल में समतलीकरण करने के नाम बच्चों के खेलने के मैदानों में 10 एमएम गिट्टी डाल दिया गया जिससे बच्चों का खेलना तो दूर बच्चों का चलना भी मुश्किल है और आये दिन उनके बच्चो को चोटे आ रही है
वही ग्रामीणों का साफ कहना है कि अगर उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया तो शीघ्र ही ग्रामीण जन उग्र आंदोलन करेंगे जिसका जिम्मेदार प्रशासन होगा।
बाइट :- राधेश्याम कुरसंगे शिक्षक
बाइट :- ग्रामीण
बाइट:- ग्रामीण
बाइट :- राकेश साहू एम्बुलेंस चालकConclusion:नोट:-
कल भी यह खबर पहुचाया था सर
लेकिन आज पता लगा कि बिजुअल नही मिले थे इसलिए पुनः भेजी गई है
कृपया चेक कर लगाने की कृपा करें
सरपंच सचिव को होश में आओ और मुर्दाबाद के लगे नारे
Body:ग्रामीण परेशान (स्पेशल)
सिवनी:-
आजादी के 73 साल बाद भी सिवनी जिले की जनपद पंचायत केवलारी के ग्राम पंचायत रायखेड़ा के ग्राम थावरी जो केवलारी तहसील मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर जहाँ बिकाश कार्य धरातल में कोशो दूर है यहाँ के लोग आज भी आजादी के पहले दौर में जीने को मजबर हे ना यहां पक्की सड़क है ना पीने के लिए साफ पानी और न ही बिजली यहाँ के लोग मूल भूत सुभिधाओ के लिए तरस रहे है सरकारे ग्रामीणों के विकास के लाख वादे करें परंतु सच्चाई सामने है
एक तरफ केंद्र और राज्य की सरकार पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों को विकसित करने के बड़े-बड़े वादे कर रही हैं वहीं दूसरी ओर यहाँ के लोग आज भी आपने पूर्ववजो के भाती दूरदराज के जंगल गांवों और कबीलों की जिंदगी बिताने को मजबूर हैं थावरी गांव के नागरिक
वही जिम्मेदार अधिकारी और राजनेता आंखों में पट्टी बांधे धृतराष्ट्र बने हुए हैं और किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहे हैं
Vo :--ग्रामीणों का कहना हैं की गांव में ना पक्की सड़कें हैं ना पक्की नालियां है ना पीने के लिए साफ पानी है ना ही रोडो में स्टेट लाइट है। बरसात के महीनों में हमारे बच्चों का स्कूल जाना भी बंद हो जाता है यदि बरसात के समय उनके ग्राम में यदि लोग बीमार हो जाते है मरीज को ले जाने के लिए सड़को से चार पहिया वाहन निकालने के लिए घंटो मस्कत करना पड़ता ग्रामीणों का आरोप है उनके द्वारा जिम्मेवार अधिकारियों से लेकर राजनेताओ को अपनी ग्राम की समस्याओं से अवगत तो कराया गया लेकिन आज तक उनके में ग्राम बिकाश कार्यो से बंचित है वही शासन की ओर से विकास के लिए आने वाली राशियो को भी बंदर बाँट कर ग्राम पंचायत कहा बिकाश करवाया गया ये ग्राम को लोगो को नही पता ना ही उनके द्वारा ग्राम सभाओं में लेखा-जोखा दिया जाता और ग्राम वासियो ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा बिकाश के नाम ग्राम में एक दो कार्य ऐसे हुए है जिनका जनता को लाभ की जगह उनको परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ग्राम पंचयात के सरपंच सचिव द्वारा बिकाश के नाम पर स्कूल में समतलीकरण करने के नाम बच्चों के खेलने के मैदानों में 10 एमएम गिट्टी डाल दिया गया जिससे बच्चों का खेलना तो दूर बच्चों का चलना भी मुश्किल है और आये दिन उनके बच्चो को चोटे आ रही है
वही ग्रामीणों का साफ कहना है कि अगर उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया तो शीघ्र ही ग्रामीण जन उग्र आंदोलन करेंगे जिसका जिम्मेदार प्रशासन होगा।
बाइट :- राधेश्याम कुरसंगे शिक्षक
बाइट :- ग्रामीण
बाइट:- ग्रामीण
बाइट :- राकेश साहू एम्बुलेंस चालकConclusion:नोट:-
कल भी यह खबर पहुचाया था सर
लेकिन आज पता लगा कि बिजुअल नही मिले थे इसलिए पुनः भेजी गई है
कृपया चेक कर लगाने की कृपा करें