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नवरात्रि विशेष: जानें मां बाला त्रिपुर सुंदरी देवी मंदिर की विशेषता, यहां पूरी होती हर मुराद

सिवनी जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर स्थित मां बाला त्रिपुर सुंदरी देवी का मंदिर आस्था का केंद्र है. यहां देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आते हैं. मान्यता है, कि इस मंदिर में माता की ज्योत जलाने से हर मनोकामना पूरी होती है. नवरात्र के समय श्रद्धालु सुबह से लेकर शाम तक लाइनों में लगकर माता के दर्शन करते हैं.

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Published : Oct 17, 2020, 10:58 AM IST

Updated : Oct 31, 2020, 7:54 PM IST

Darshan of mata rani
माता रानी के दर्शन

सिवनी। जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर लखनादौन विकासखंड के गणेशगंज से 500 मीटर की ऊंचाइयों पर मां बाला त्रिपुर सुंदरी देवी का मंदिर स्थापित हैं. जहां मां भगवती की आराधना मात्र से ही भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. यहां पर नवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. जिसमें श्रद्धालुओं द्वारा नवरात्रि पर अपनी मनोकामना पूर्ति के ज्योत कलश रखे जाते हैं.

नवरात्रि विशेष

मंदिर में नवरात्र शुरू होते ही भक्तगण मां भगवती की आराधना में लीन हो जाते हैं, और जिले से ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से भी श्रद्धालु माता रानी के दर्शन करने पहुंचते हैं. मंदिर के पुजारी बताते हैं, कि जो मां भगवती की आराधना कर ले, उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.पूज्य द्विपीठाधीस्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने यहां मां बाला त्रिपुर सुंदरी देवी की प्राण प्रतिष्ठा की है.

Maa Bala Tripura Sundari Devi
मां बाला त्रिपुर सुंदरी देवी

ये भी पढ़ें: शारदीय नवरात्र का पहला दिन: माता टेकरी पर लगा भक्तों का तांता, घट स्थापना के साथ महापर्व की शुरुआत

नवरात्र के दिनों में विशेषकर अष्टमी के दिन यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं. नवरात्रि पर्व के 9 दिन यहां भजन कीर्तन होते हैं. मंदिर परिसर में भगवान शंकर भोलेनाथ भी शिवलिंग के रूप में स्थापित है. जिनकी पूजा अर्चना भी भक्तों द्वारा की जाती है, साथ ही सावन महीने और महाशिवरात्रि में भगवान शंकर का अभिषेक किया जाता है.

Mother Bhagwati
मां भगवती

वहीं ब्रह्मचारी राघवानंद ने बताया कि इस साल कोरोना संक्रमण के मद्देनजर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को बगैर मास्क के प्रवेश नहीं दिया जाएगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हर एक श्रद्धालुओं को करना होगा. वहीं उन्होंने बताया कि नवरात्रि पर्व को लेकर मंदिर परिसर में प्रतिदिन सैनिटाइजर का छिड़काव भी किया जा रहा है. शासन के सभी नियमों का पालन अनिवार्य रूप से किया जाएगा.यह मंदिर एक टेकरी पर स्थापित है जो लगभग 500 मीटर में ऊंचाई में है, मां भगवती के दरबार में शांति का वातावरण है, इसके ऊपर से चारो ओर देखने पर हरियाली ही हरियाली नजर आती है, नवरात्र के दिनों में विशेषकर अष्टमी के दिन यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं.

सिवनी। जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर लखनादौन विकासखंड के गणेशगंज से 500 मीटर की ऊंचाइयों पर मां बाला त्रिपुर सुंदरी देवी का मंदिर स्थापित हैं. जहां मां भगवती की आराधना मात्र से ही भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. यहां पर नवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. जिसमें श्रद्धालुओं द्वारा नवरात्रि पर अपनी मनोकामना पूर्ति के ज्योत कलश रखे जाते हैं.

नवरात्रि विशेष

मंदिर में नवरात्र शुरू होते ही भक्तगण मां भगवती की आराधना में लीन हो जाते हैं, और जिले से ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से भी श्रद्धालु माता रानी के दर्शन करने पहुंचते हैं. मंदिर के पुजारी बताते हैं, कि जो मां भगवती की आराधना कर ले, उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.पूज्य द्विपीठाधीस्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने यहां मां बाला त्रिपुर सुंदरी देवी की प्राण प्रतिष्ठा की है.

Maa Bala Tripura Sundari Devi
मां बाला त्रिपुर सुंदरी देवी

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नवरात्र के दिनों में विशेषकर अष्टमी के दिन यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं. नवरात्रि पर्व के 9 दिन यहां भजन कीर्तन होते हैं. मंदिर परिसर में भगवान शंकर भोलेनाथ भी शिवलिंग के रूप में स्थापित है. जिनकी पूजा अर्चना भी भक्तों द्वारा की जाती है, साथ ही सावन महीने और महाशिवरात्रि में भगवान शंकर का अभिषेक किया जाता है.

Mother Bhagwati
मां भगवती

वहीं ब्रह्मचारी राघवानंद ने बताया कि इस साल कोरोना संक्रमण के मद्देनजर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को बगैर मास्क के प्रवेश नहीं दिया जाएगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हर एक श्रद्धालुओं को करना होगा. वहीं उन्होंने बताया कि नवरात्रि पर्व को लेकर मंदिर परिसर में प्रतिदिन सैनिटाइजर का छिड़काव भी किया जा रहा है. शासन के सभी नियमों का पालन अनिवार्य रूप से किया जाएगा.यह मंदिर एक टेकरी पर स्थापित है जो लगभग 500 मीटर में ऊंचाई में है, मां भगवती के दरबार में शांति का वातावरण है, इसके ऊपर से चारो ओर देखने पर हरियाली ही हरियाली नजर आती है, नवरात्र के दिनों में विशेषकर अष्टमी के दिन यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं.

Last Updated : Oct 31, 2020, 7:54 PM IST
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