सिवनी। यह सुनकर आपको अटपटा जरूर लगेगा कि रक्तदान करके कोई फंस भी सकता है, जी हां ये बिल्कुल सही है ऐसा ही एक मामला लखनादौन के अस्पतालों से सामने आया है. जहां एक रक्तदाता ने मानवता के नाते तो एक गरीब और असहाय को अपना रक्त दान में दे दिया, पर शायद उसे नहीं पता था कि उसका यह रक्तदान उसे काफी महंगा पड़ सकता है.
एक हफ्ते पहले पटवारी संदीप श्रीवास्तव के द्वारा घंसौर निवासी किसी गरीब महिला को आवश्यकता पड़ने पर रक्तदान किया गया था, हालांकि वह रक्तदान उनके द्वारा एक निजी क्लीनिक के माध्यम से किया गया था, लेकिन जब बात जान की हो, तो क्या नियम और क्या कानून.
बस वहीं रक्तदाता संदीप श्रीवास्तव ने भी किया और दौड़ पड़े रक्तदान करने, इसी रक्तदान ने उन्हें अब कानूनी दांव पेंच में फंसा दिया है. जिला आयुष अधिकारी ने बताया कि व्हाट्सएप में उन्होंने इस रक्तदाता को रक्तदान करते हुए देखा था.
जिसके बाद जिला औषधि अधिकारी द्वारा फोन करके रक्तदाता को बुलाया गया और कथन ना दिए जाने की स्थिति पर लंबी-लंबी कानून की नजीर सुना दी गईं. सिवनी की सबसे बड़ी तहसील होने के साथ-साथ लखनादौन आदिवासी विकासखंड भी है. जहां जागरूकता का अभाव होने के साथ-साथ अशिक्षा का भी बहुत बड़ा प्रभाव है.
अगर यूं ही आला अफसरान द्वारा रक्तदाताओं को खोज-खोज कर कार्रवाई की जाने लगी तो फिर आपातकालीन स्थिति में रक्त मिलना मुश्किल हो जाएगा, जिससे कई मरीजों की जान भी जा सकती है.