सिवनी। जिले के केवलारी क्षेत्र में प्रतिदिन बेखौफ होकर धड़ल्ले से दंबग सैकड़ों डंपर अवैध रेत का परिवहन किया जा रहा है. उन पर शिकंजा कसने की जगह केवलारी तहसीलदार लाचार किसानों के खाली ट्रैक्टरों को जब्त कर अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए अपना पद का गलत उपयोग कर रहे हैं.

मामला सिवनी जिले की केवलारी तहसील का है जहां पर धानागाड़ा गांव के रहने वाले नरेश ठाकुर की शिकायत पर अवैध उत्खनन एवं परिवहन पर कार्रवाई करने पहुंचे केवलारी तहसीलदार गौरी शंकर शर्मा, नायब तहसीलदार अमित रिनायत और इमरान मंसूरी के द्वारा नाले की अवैध रेत उत्खनन कर रेत से भरे ट्रैक्टरों से आपसी सांठगांठ कर छोड़ दिया गया.
साथ ही ग्राम ढुटेरा निवासी जितेंद्र डेहरिया जो पेशे से किसान हैं वह खेतों से अपने ही ट्रैक्टर से दो मजदूरों के साथ पैरा लाने गए थे उसी दौरान केवलारी तहसीलदार वहां अपनी टीम के साथ पहुंचे और पास में ही अवैध उत्खनन करने वालों को छोड़ दिया एवं अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उक्त किसान के खाली ट्रैक्टर को जब्त कर उसे केवलारी थाना में खड़ा कर दिया.
वहीं ट्रैक्टर में रेत भरने के लिए ना ही कोई सामग्री जैसे फावड़ा, गेंती, तगाड़ी मिली थी और न ही रेत का एक भी कण मौजूद था. ट्रैक्टर जब्त होने के कारण किसान बेहद परेशान है और उसके खेतों का काम रुका हुआ है. किसानों को मजबूरी में कोरोना संकट के बीच शासकीय दफ्तरों के चक्कर काटना पड़ रहे हैं.
वहीं राष्ट्रीय मजदूर किसान महासंघ ने उक्त मामले को लेकर बेहद कड़ी आपत्ति जताई है. साथ ही जिला कलेक्टर से मांग की है कि जल्द ही उक्त किसान के ट्रैक्टर को छोड़ा जाए और ईर्ष्या द्वेष की भावना से कार्रवाई करने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाए. अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो कोरोना संकट के बीच किसानों को अपने अधिकारों की रक्षा करने के लिए सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.