सीहोर। जनपद के ग्राम बृजेश नगर में जब भाजपा की विकास यात्रा पहुंची तो ग्रामीणों ने विधायक को घेरते हुए अपनी समस्याओं को लेकर अवगत कराया. जानकारी के अनुसार प्रदेश के साथ सीहोर जिले में भी भाजपा की विकास यात्रा गांव-गांव पहुंच रही हैं, लेकिन विकास यात्रा का विरोध पहली बार देखने को मिला है.
ये मामला विधानसभा क्षेत्र इछावर से सामने आ रहा है, जहां क्षेत्र के भाजपा विधायक और मध्य प्रदेश के पूर्व राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा जब ग्राम बृजेश नगर पहुंचे तो ग्रामीण विकास यात्रा के सामने खड़े हो गए और विधायक को पानी और बिजली की समस्याओं से अवगत कराया. तभी विधायक करण सिंह वर्मा ने बहुत देर तक ग्रामीणों को समझाया और बिजली और पानी की समस्या के निराकरण को लेकर अनेक बातें बताई. साथ में विधायक ने कहा कि ग्रामीण अपनी समस्याओं को लेकर अगवत कराते रहें.
भ्रष्टाचार के कारण लोगों को नहीं मिल रहा योजनाओं का लाभ: आपकों बता दें कि ग्रामीण काफी दिनों से बिजली व पानी की समस्या से परेशान है. ग्रामीणों का कहना कि सरकार योजनाएं तो बहुत चला रही है, लेकिन जनपद पंचायत सीईओ की अनदेखी और सरपंच सचिव के द्वारा भ्रष्टाचार कर लोगों को योजनाओं का लाभ नहीं दे रहे हैं, इसके चलते हम लोग काफी परेशान हैं.
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ग्रामीणों ने कहा- साहब हमारे गांव का सचिव चोर हैं: वहीं, रविवार को इछावर जनपद पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव रामगढ़, कनेरिया, बृजेश नगर,फांगिया और नादान में विकास यात्रा पहुंची. इस दौरान इछावर भाजपा के विधायक करण सिंह वर्मा, मंडल अध्यक्ष पप्पू नागर , जिला महामंत्री शंकर जयसवाल, जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि जगदीश वर्मा ग्रामीणों के बीच पहुंचे, जहां सरकार की ओर से चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाएं व विकास के बारे में बता रहे थे. इस दौरान ग्राम पंचायत कनेरिया में ग्रामीणों के द्वारा विधायक के सामने भ्रष्टाचार के पोल खोल दी और ग्रामीणों ने कहा कि साहब हमारे गांव का सचिव चोर है, इसको यहां से हटाया जाए.
विकास यात्रा का हुआ विरोधः ग्रामीणों का कहना था कि सरकारी योजनाएं तो चला रही है, लेकिन सरपंच व सचिव लोगों को योजनाओं का लाभ देने की वजह जमकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं, इसके बाद विकास यात्रा फांगिया पहुंची, जहां पर भी ग्रामीणों का विरोध देखने को मिला. वहीं, सचिव के द्वारा ग्राम पंचायत में ना तो पानी की व्यवस्था की गई और ना ही लाउडस्पीकर की व्यवस्था की, यहां तक की विधायक व जनप्रतिनिधियों के सम्मान के लिए फूल की मालाएं भी नहीं ला पाए, इसको लेकर जनप्रतिनिधि में काफी आक्रोश रहा.