सीहोर। एमपी के सीएम के गृहजिले में मतदान के दौरान लापरवाही की बात सामने आई है. यहां सीनियर प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी होने के बाद भी अबतक दोबारा से मतदान के आदेश जारी नहीं किए गए हैं. इस मामले में लापरवाही बरतने वालों पर भी किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है. वहीं, जानकारी है कि जिन अधिकारियों को इस मामले में जानकारी है, वे सभी इसे छुपाने में लगे हुए हैं.
अब ऐसे में प्रशासन की तरफ से मतदान दल को मतदान के लिए करवाई जाने वाली ट्रेनिंग के दावे पर भी सवाल उठ रहे हैं. इसके अलावा दोबारा से मतदान केंद्रों पर वोटिंग कराने के आदेश जारी नहीं किए गए हैं.
जानें पूरा मामला: इस पूरे मामले को लेकर जो जानकारी निकलकर सामने आई है. पहले उसे समझते हैं. दरअसल, मतदान के दिन मतदान केंद्रों पर मॉक पोल हुआ. सीहोर विधानसभा के दो मतदान केंद्रों पर मॉक पोल के बाद मतदान स्टाफ मॉक पोल हटाना भूल गया. इस दौरान मतदान जारी रहा. इसके बाद मतदान समाप्त होने पर जब, वोटों की संख्या की गिनती की गई तो पूरे मामले का खुलासा हुआ. इसमें दो केंद्रों पर गिनती से 64 वोट अधिक पाए गए. ये पूरा घटनाक्रम 239 और 158 पोलिंग बूध का बताया जा रहा है.
9 दिनों से मामला संज्ञान में पर कार्रवाई नहीं: आचार संहिता लगने के बाद से प्रशासन जिले में काफी मुस्तैद रहा और एक्शन लेते रहा. लेकिन मतदान कराने को लेकर हुई लापरवाही पर किसी भी तरह का संज्ञान अबतक प्रशासन की तरफ से नहीं लिया गया है. मामला 9 दिनों से अधिकारियों के सामने है. इसके अलावा प्रशासन की तरफ से किसी भी तरह की इसको लेकर जानकारी भी साझा नहीं की गई है.
जिला कलेक्टर ने पूरे मामले पर क्या कहा?: इस पूरे मामले पर जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह ने बताया, 'ये मामला मेरी जानकारी में है. लापरवाही करने वालों को शोकाज नोटिस जारी किए जाएंगे. यह मामला सामान्य है.'