ग्वालियर/सीहोर। इस समय पूरे मध्यप्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल जारी है (mp contract workers strike). इसी को लेकर ग्वालियर में हड़ताल पर बैठे संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने सरकार की अर्थी जलाकर और मुंडन करवा कर विरोध किया. शहर के फूलबाग चौराहे पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे सैकड़ों स्वास्थ्य कर्मियों ने मुंडन करवाया और इस अनोखे तरीके से विरोध प्रकट कर सरकार से मांग की है कि वह जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूरा करें, नहीं तो आगामी विधानसभा चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. इसी तरह सीहोर में संविदा कर्मियों ने खून से पत्र लिखकर नियमित करने की मांग की है.
ग्वालियर में संविदा कर्मियों ने करवाया मुंडन: इस समय पूरे मध्यप्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मी लगातार अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. उनकी मांग है कि उन्हें नियमित किया जाए. साथ ही आउटसोर्स कर्मचारी हटाए गए हैं, उन्हें वापस नौकरी पर लिया जाए. जिले में कुल 1000 से अधिक संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपनी मांगों को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. स्वास्थ्य कर्मियों ने सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए अर्थी निकाली और उसके बाद मुंडन कराया (contract workers mundan in gwalior). संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि सरकार हमारी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करे. अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो हम आगामी विधानसभा चुनाव में उग्र तरीके से आंदोलन करेंगे और इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ सकता है.
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सीहोर में खून से सीएम को लिखा पत्र: वहीं सीहोर में भी संविदा कर्मी भी हड़ताल पर बैठ हैं. यहां पर संविदा कर्मियों ने खून से पत्र लिखकर सीएम से नियमित करने की मांग है (workers write letters with blood in sehore). संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल का आज 7 वां दिन है. संविदा कर्मियों की नियमितीकरण की मांग है. जिसको लेकर संविदा स्वास्थ्य कर्मी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर डटे हुए हैं. आज संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने अपने खून से प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के नाम पत्र लिखकर मांग की है कि स्वास्थ्य सविदा कर्मियों को जल्द ही नियमित किया जाए. आंदोलन के दौरान स्वास्थ्य सविदा कर्मियों ने जोरदार नारेबाजी भी की और चेतावनी दी कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो आगे और उग्र आंदोलन किया जाएगा. बता दे पूरे मध्यप्रदेश में 32 हजार कर्मचारी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठें है और अपनी मांगों को लेकर लगातार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।