सीहोर। जिले में स्थित जगदीश मंदिर में दिव्य यज्ञ के दौरान मारवाड़ी महिला मंडल ने परंपरागत रूप से पूजा-अर्चना की, जहां पूजन के बाद भगवान को भोग लगाया गया.
इसके बाद शिव प्रदोष सेवा समिति के तत्वाधान में पंडित पवन व्यास, पंडित मयंक शर्मा, कुणाल व्यास और पुजारी रघुनंदन व्यास के मार्गदर्शन में यज्ञ में आहुतियां दी गई. इस मौके पर मारवाड़ी महिला मंडल की अध्यक्ष मंजू अग्रवाल, पुष्पा सोनी और ममता पितालिया शामिल रहीं.
इस शुभ अवसर पर पंडित मयंक शर्मा ने कहा कि नवरात्रों में नौ देवियों के पूजन को अनिवार्य माना गया है. उसी प्रकार हवन यज्ञ को भी हर पूजा कार्य में अनिवार्य माना गया है. इन दिनों अधिकमास चल रहा है. इसलिए घर-घर में यज्ञ और हवन का आयोजन किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि हवन आमतौर पर यज्ञ के नाम से भी जाना जाता है. शास्त्रों में कहा गया है, कि घर-परिवार और वातावरण की शुद्धिकरण करने के लिए किया जाने वाला महत्वपूर्ण कर्मकांड यज्ञ है. हवन के दौरान कुंड में अग्नि के माध्यम से देवताओं को अपनी इच्छा और कामना बताई जाती है. कुंड में अग्नि द्वारा देवता तक हवि पहुंचाने की प्रक्रिया को भी यज्ञ कहते है.
इस दौरान पंडित मयंक शर्मा ने कहा कि 2 अक्टूबर यानी शुक्रवार को सैकड़ों मंत्रों के साथ उपस्थित श्रद्धालुओं ने अधिकमास के अवसर पर दिव्य यज्ञ में आहुतियां दी. वहीं आगामी 10 अक्टूबर को रवि पुष्प नक्षत्र के दौरान शासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए नौ कन्याओं को भोजन के पैकेट सहित अन्य सामग्रियां वितरित की जाएगी. साथ ही 10 और 11 अक्टूबर को भगवान का भोग लगाने के बाद कन्याओं को प्रसाद का वितरण भी किया जाएगा.