सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले के जिला चिकित्सालय का हाल बेहाल है. यह सरकारी अस्पताल चोरों का साॅफ्ट टारगेट बन गया है. जिला चिकित्सालय में कॉपर की छोटी-मोटी पाइपलाइन चुराने वाले चोरों ने अब इस बार लाखों रुपए की सामग्रियों पर हाथ साफ कर दिया और अस्पताल प्रबंधन को इसकी कानो-कान भनक तक नहीं लगी. चोरी की जानकारी होने पर अस्पताल प्रबंधन ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है. पुलिस ने केस दर्ज कर चोरों की तलाश शुरु कर दी है.
जिला अस्पताल में सेंध: जानकारी के मुताबिक, सरदार वल्लभ भाई पटेल शासकीय जिला चिकित्सालय के आर्थोपेडिक वॉर्ड की प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर शूशी थॉमर ने सिविल सर्जन को इसकी लिखित शिकायत की थी कि ट्रामा यूनिट के पीछे निर्मित टीनशेड में आर्थोपेडिक विभाग माड्यूलर ओटी के एसी कन्डेनसर चोरी हो गए हैं. इस शिकायत के आधार पर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में पदस्थ इलेक्ट्रिशियन महेन्द्र सिंह ने एक तरफ से इलेक्ट्रिक उपकरणों की जांच की. इस जांच में हैरतअंगेज तथ्य उजागर हुए. निरीक्षण के दौरान चोरी का पता चला तो सिविल सर्जन डॉ. केएल सूर्यवंशी ने सिटी कोतवाली थाना में मामले की शिकायत दर्ज कराई है.
20 लाख की चोरी: दर्ज शिकायत के अनुसार, सेंट्रल एसी की 2 नग मोटर, मोटर के 2 फैन, 500 फीट काॅपर पाइप, 2 टन से ऊपर के 6 एसी के कम्प्रेसर, 12 नग एलएनके वॉल, सक्सन मशीन की 3 एचपी, 3 फेज वाली क्षमता वाली 2 मोटर, 2 मैनीफोल्ड, 60 नग यूपीएस बैटरी और ऑक्सीजन की 5 एचपी 3 फेज वाली 1 नग मोटर को चोरों ने पार कर दिया है. चोरी गए सामानों की कीमतों के बारे में जब बाजार से आकलन कराया गया तब पता लगा की चोरी गए सामानों की औसतन कीमत करीब 20 लाख रुपए है.
सोते रहे 14 सुरक्षाकर्मी: बता दें कि जहां से चोरों ने सामग्रियां चोरी की हैं वहां पर न तो कोई सीसीटीवी कैमरे हैं और न ही कोई व्यवस्था है. जिला चिकित्सालय में तैनात 14 सुरक्षाकर्मी सोते रहे और चोर चोरी की घटना को अंजाम देकर चले गए. सिटी कोतवाली पुलिस ने चोरी की शिकायत पर मामला पंजीबद्ध कर लिया है और मामले की जांच में जुट गई है. बता दें कि इसके पहले भी जिला अस्पताल में चोरी की वारदात हो चुकी है.