सतना। कोरोना के चलते पूरे देश के सभी धार्मिक स्थल बंद कर दिए गए थे, वहीं सतना जिले के मैहर में स्थित मां शारदा का धाम भी बंद था, जो 8 जून को खोल दिया गया था. वहीं अब 90 दिनों के लंबे अंतराल के बाद श्रद्धालुओं के लिए रोपवे की सुविधा भी शुरू कर दी गई है. कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते 18 मार्च को मंदिर बंद कर दिया गया था.
8 जून को आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोल दिये गए थे, जिसमे मां के भक्तों को 1 हजार 53 सीढ़ियां चढ़कर जाने की इजाजत दी गई थी, अब श्रद्धालु रोपवे से भी जाकर मां के दर्शन कर सकते हैं. श्रद्धालुओं को बगैर मास्क या फेस कवर लगाए मंदिर में जाने की इजाजत नहीं है. वहीं थर्मल स्क्रीनिंग पहले ही शुरू है, रोपवे को डिसइन्फेक्टेड करने के लिए दोपहर 1 से 2 बजे तक के लिए बंद रखा जाएगा. जबकि दोपहर 4 बजे के बाद श्रद्धालु रोपवे से ऊपर नहीं जा सकेंगे, 10 साल से कम और 65 साल से ज्यादा उम्र वालों को रोपवे में जाने की इजाजत नहीं है.
इस बारे में मैहर दामोदर रोपवे एंड इंफ्रा लिमिटेड के मैनेजर मुन्ना चौधरी ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए एक बार फिर रोपवे की सेवा शुरू की है. इस वैश्विक महामारी में कुछ नियम बनाए हैं, बिना थर्मल स्क्रीनिंग के यात्रियों को टिकट नहीं दिया जाएगा, 10 साल से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से ऊपर के बुजुर्गों को भी टिकट नहीं दिया जाएगा. 3 बजे तक टिकट देने के बाद 4 बजे रोपवे सेवा बंद कर दी जाएगी. हर डेढ़-दो घंटे में केबिन, रेलिंग, क्यू एरिया, टिकट एरिया और वॉशरूम सभी सेनिटाइज किए जाएंगे. जितने भी यात्री आ रहे हैं, उन्हें मास्क और फेसकवर लगाना अनिवार्य है.