सतना। मतदाता सूची में गलत तरीके से नाम जोड़ने और हटाने को लेकर 11 मार्च से पीड़ित ग्रामीण अनशन पर बैठे हैं. जिसके बाद छह दिनों से चल रहे अनशन में पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंह पहुंचे. इस दौरान पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष ने राज्य सरकार पर मनमानी करने का आरोप लगाया. जिसके समर्थन में कल मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव विक्रमादित्य सिंह भी शामिल हुए थे.
मतदाता सूची पर खड़े किए सवाल
वहीं बुधवार को अनशनकारियों के समर्थन में तकरीबन हजारों कांग्रेसियों के साथ विंध्य छेत्र के कद्दावर नेता और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र कुमार सिंह भी अनशन का समर्थन करने रामनगर पहुंचे. इस बीच पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा कि नगरीय चुनाव में जुड़ने वाली सूची में नामों को मनमाने तरीके से जोड़ा हटाया जा रहा हैं जिसकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है.
काले कानून को वापस ले मोदी सरकार
इसके साथ इस अनशन पर दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का भी समर्थन किया गया है. पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष ने किसानों के पक्ष में बात रखते हुए बताया कि केंद्र सरकार को तीन काले कानून वापस ले लेना चाहिए, क्योंकि सरकार को इन कानून की कोई जरुरत थी ही नहीं, फिर भी मोदी सरकार इन कानूनों को किसानों पर थोप रही है. उन्होंने बढ़ती महंगाई और पेट्रोल डीजल के दाम को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा.