सतना। केंद्रीय जेल में भक्तिरस की धारा बह रही है. जेल में अपने गुनाहों की सजा काट रहे करीब 18 सौ बंदी श्रीमद् भागवत गीता कथा का पाठ सुन रहे हैं. जेल प्रबंधन द्वारा जेल के अंदर 7 दिवसीय धार्मिक कथा का आयोजन किया जा रहा है. आमतौर पर जेल का नाम सुनते ही अच्छे अच्छों के पसीने छूट जाते है. वहीं सतना जिला केंद्रीय जेल में इन दिनों भक्ति रस की बयार बह रही है. बंदी श्रीमद् भागवत गीता का रसपान कर रहे हैं. भागवत कथा के लिए जेल परिसर को सजाया गया है. धार्मिक आयोजन का समापन 4 मार्च को होगा.
महामंडलेश्वर रामानंदाचार्य सुना रहे कथा : खजूरी ताल के महामंडलेश्वर रामानंदाचार्य महाराज बंदियों को कथा सुना रहे हैं. कथा के बीच-बीच में होने वाले संगीतमयी भजनों में बंदी भावविभोर हो रहे हैं. बंदियों ने भी तालियों के साथ भजनों में साथ देकर मानो समां बांध दिया. सतना के केंद्रीय जेल में विंध्य के साथ-साथ बुंदेलखंड के बंदी भी सजा काट रहे हैं. खास बात ये है कि बंदियों के साथ-साथ जेल प्रबंधन भी श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कर रहे हैं. श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को बड़े धूमधाम से मनाया गया. द्वापर युग में भी भगवान श्री कृष्ण भी जेल में जन्मे थे, और जब जेल में उनका जन्मोत्सव मनाया गया. उस दृश्य को देखने पर बना. यहां भगवान के जन्मोत्सव में बंदी झूमते गाते नाचते हुए भगवान की भक्ति में लीन हो उठे. इस कथा में जिला कलेक्टर, महापौर, पूर्व विधायक भी शामिल हुए.
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कैदी बोले- कथा से नई ऊर्जा मिली : सजा काट रहे बंदी बृजेश तिवारी ने बताया कि बहुत खुशी का माहौल है. सभी बंदियों ने उत्साहपूर्वक भगवान श्री कृष्ण के जन्म उत्सव को मनाया. द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण का जन्म जेल में ही हुआ था और आज भी भगवान श्री कृष्ण का जन्म जेल में मनाया गया. भागवत कथा से हमें एक सकारात्मक ऊर्जा मिल रही है. इसमें जीवन जीने के लिए एक प्रेरणा मिल रही है. यहां पर विभिन्न प्रकार के अपराधों में लिप्त बंदी सजा काट रहे हैं. ऐसे में हमें भागवत कथा से एक नई ऊर्जा मिल रही है. जेल अधीक्षक लीला कोष्टा ने बताया कि बंदियों में श्रीमद्भागवत कथा को लेकर बेहद उत्साह है. जेल में सात दिवसीय कथा पाठ का आयोजन रामानंदाचार्य जी महाराज किया जा रहा है. कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया, बंदियों ने उत्साहपूर्वक कथा सुनी और भरपूर आनंद लिया.