सतना। गरीब पैदा होना कितना बड़ा पाप है, इस बात का अहसास तब होता है, जब कोई व्यक्ति आपकी गरीबी का मजाक उड़ाता है. ऐसा ही एक वाकया सामने आया है सतना में, जहां एक ही जगह पर मौजूद दो लोगों के अलग- अलग नजरिए देखने मिला. जहां एक इंसान ने गरीबी को समझते हुए भूखे-प्यासे बच्चों को खाना खिलाकर इंसानियत दिखानी चाही, तो वहीं दूसरी ओर रेस्टोरेंट के मालिक ने गरीब बच्चों को वहां से बाहर जाने का कहकर अपनी रसूखदारी दिखाई.
घटना सतना के चाय सुट्टाबार नाम के रेस्टोरेंट की है, जहां कुछ समाजसेवी युवा गरीब बच्चों को पिज्जा-बर्गर खिलाने रेस्टोरेंट ले गए थे. पैसों का भुगतान करने के बाद बच्चे कुर्सियों पर बैठकर पिज्जा खाने लगे, उसी वक्त रेस्टोरेंट संचालक वहां आ पहुंचा. उसे बच्चों का इस तरह वहां बैठकर खाना नागवार गुजरा.
अमीरों के रेस्टोरेंट में गरीब बच्चों को देखते ही वो आग बबूला हो गया. मालिक ने गरीब बच्चों को यह कहकर रेस्टोरेंट से बाहर निकल दिया, कि गरीबों के लिए नहीं है. इस पर युवाओं की मालिक से बहसबाजी भी हुई. आखिरकार गरीब बच्चों को रेस्टोरेंट के बाहर निकलना ही पड़ा.
रेस्टोरेंट मालिक के दुर्व्यवहार से आहत समाजसेवी युवाओं ने सिटी कोतवाली थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई है. सिटी कोतवाली पुलिस ने रेस्टोरेंट पहुंचकर जांच पड़ताल की. रेस्टोरेंट संचालक से पूछताछ की. थाना प्रभारी का कहना है कि ये न्याय संगत नहीं है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.