सतना। सतना जिले के मैहर विधानसभा के ग्राम नौगवां पोष्ट अमदरा निवासी शंकर प्रसाद पटेल 21 अप्रैल को सुबह 4.30 बजे जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के गोलीबारी के दौरान शहीद हो गए. उनके साथ 10-12 जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं. शंकर प्रसाद पटेल पर आतंकवादियो ने ग्रेनेड फेंक दिया था, जिससे वह घटनास्थल पर ही शहीद हो गए. ये खबर आते ही पूरे सतना जिले में शोक की लहर फैल गई. लोगों का कहना है कि हमें शकर प्रसाद पटेल पर गर्व है. उनका पार्थिव शरीर जम्मू- कश्मीर से जबलपुर एयरपोर्ट पर शनिवार शाम को पहुंचा. पार्थिव शरीर को जबलपुर से अमदरा सड़क मार्ग से उनके घर लाया गया.
कश्मीर के बारामूला में हुई मुठभेड़ : ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर के बारामूला इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच 21 अप्रैल को शुरू हुई मुठभेड़ में अब तक चार आतंकवादी मारे गए हैं. बारामूला एनकाउंटर में लश्कर का टाप आतंकी कमांडर युसूफ कांतरू मारा गया है. वह बडगाम जिले में हाल ही में एक एसपीओ और उसके भाई, एक सैनिक और एक नागरिक की हत्या सहित नागरिकों और सुरक्षा बलों के जवानों की कई हत्याओं में शामिल था. सतना जिले के शहीद जवान के गांव में मैहर एसडीएम धर्मेंद्र मिश्रा, तहसीलदार मानवेंद्र सिंह ने वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
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कई लोगों ने दी श्रद्धांजलि : शंकर प्रसाद पटेल के आतंकियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त होने की जानकारी लगने पर जिले में कई लोगों ने शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं. सतना सांसद गणेश सिंह ने भी शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि जिस बहादुरी के साथ दुश्मनों से शंकर प्रसाद पटेल ने लोहा लिया और देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहूति दी उस पर हमें गर्व है. उन्होंने न केवल विंध्य की धरती बल्कि समूचे प्रदेश का मस्तक ऊंचा किया है. उनकी शहादत पर हम नतमस्तक हैं. इस दुख की घड़ी में उनके स्वजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं मां भारती उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें.
(Soldier of Satna sacrificed his country)( CISF soldier Shankar Prasad Patel)