सागर। जिले के केसली ब्लॉक के जैतपुर के ग्रामीण सालों से गांव में सड़क नहीं होने से परेशान थे. शासन-प्रशासन से कई बार गुहार लगाने के बावजूद गांव में सड़क का निर्माण नहीं हो पाया. जहां ग्रामीणों ने ही अपने खेतों की जमीन दान कर मिलजुलकर कच्ची सड़क का निर्माण कर लिया. ग्रामीणों के इस जज्बे को देखकर जिला प्रशासन ने भी अब ग्रामीणों द्वारा बनाई गई 1 किलोमीटर लंबी फाउंडेशन सड़क पर पक्की सड़क बनाने की स्वीकृति दे दी है.
जिले के केसली ब्लॉक में ग्राम जैतपुर में लगभग 50 से 60 परिवार निवास करते हैं. यहां लगभग सभी परिवार खेती का काम करते हैं. लेकिन गांव में सड़क नहीं होने से बारिश के दिनों में खेतों तक जाना तो मुश्किल हो जाता था. यहां तक की बच्चे 4 माह स्कूल भी नहीं पहुंच पाते थे. ग्रामीणों के अनुसार उन्होंने कई बार प्रशासन से गांव में सड़क बनाने की मांग की. लेकिन हुआ कुछ नहीं. थक हार कर ग्रामीणों ने एक दूसरे का हाथ थामा और आपसी सामंजस्य बैठा कर खेतों के बीचों बीच एक कच्चा रास्ता तैयार किया.
जिसमें ग्रामीणों ने अपने खेतों की जमीन भी दान में दी. इस सड़क पर गांव वालों ने खुद ही मुरम और मलवा डालकर कच्ची सड़क तैयार कर ली. जिससे अब वह आसानी से निकाल सकते थे. लेकिन सड़क अभी भी कच्ची थी जहां बारिश में संभवत आवागमन अवरुद्ध होता. ग्रामीणों की पहल को देखते हुए स्थानीय सरपंच सहित परियोजना अधिकारी ने जिला प्रशासन से गांव में पक्की सड़क बनाने का अनुमोदन किया. जिस पर जिला प्रशासन ने भी फाउंडेशन सड़क पर सीसी रोड बनाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है.
40 साल बाद आखिरकार जैतपुर गांव में पक्की सड़क निर्माण होने जा रही है. जिसकी फाउंडेशन सड़क खुद ग्रामीणों ने तैयार की. जिला प्रशासन के अधिकारी भी इस बात की सराहना करते हैं कि ग्रामीणों की पहल के बाद गांव में सड़क बनाना आसान हुआ. जहां आमतौर पर जमीन के टुकड़े के लिए अक्सर लड़ाई झगड़े की खबरें सामने आती है. वहीं अपनी खुद की जमीन दान कर उस पर रास्ता तैयार करने वाले जयपुर के ग्रामीणों ने एक मिसाल पेश की है.