ETV Bharat / state

नेशनल लोक अदालत में सैकड़ों विवादों का हुआ निपटारा

सागर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अंतर्गत नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया. जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि इससे दोनों पक्षों को फायदा होता है. लोक अदालत में अपराध, बिजली, परिवाद सहित कई मामलों को निपटाया गया.

National Lok Adalat
नेशनल लोक अदालत
author img

By

Published : Feb 9, 2020, 11:37 AM IST

Updated : Feb 9, 2020, 11:48 AM IST

सागर। शहर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अन्तर्गत नेशनल लोक अदालत का आयोजन सागर मुख्यालय सहित सभी तहसील न्यायालयों में किया गया. जिला एवं सत्र न्यायाधीश केपी सिंह ने कहा कि लोक अदालत के माध्यम से प्रकरणों के समाधान में दोनों पक्षों को सहूलियत होती है. एक तरफ वादी को न्याय शुल्क की छूट मिलती है तो प्रतिवादी को प्रकरण के खर्च से मुक्ति मिल जाती है.

नेशनल लोक अदालत

उन्होंने कहा कि लोक अदालत में जल्द न्याय मिल जाता है और विभागों की छूट का लाभ भी मिलता है. लोक अदालत में मोटर दुर्घटना के 52 मामलों का निराकरण कर 51 लाख 35 हजार 500 रुपए के अवार्ड पारित किए गए, जबकि चेक बाउंस के 90 मामले, आपराधिक प्रकृति के 43 मामले, बिजली के 54 मामले, पारिवारिक विवाद के 38 मामले, दीवानी और अन्य प्रकृति के 106 मामलों का निराकरण किया गया.

विभिन्न बैंकों के 104 मामले, बिजली विभाग के 222 मामले, नगर निगम के 681 मामले और 233 प्री-लिटिगेशन का निराकरण भी किया गया. जिसमें 91 लाख 36 हजार 771 का राजस्व प्राप्त हुआ. जिले की 45 खंडपीठों में लंबित मामलों में से 331 मामले और प्री-लिटिगेशन के 1240 मामलों का समाधान किया गया. वहीं कई पारिवारिक मामले भी जो सालों से चले आ रहे मनमुटाव को दूर कर समझौता कराया गया.

सागर। शहर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अन्तर्गत नेशनल लोक अदालत का आयोजन सागर मुख्यालय सहित सभी तहसील न्यायालयों में किया गया. जिला एवं सत्र न्यायाधीश केपी सिंह ने कहा कि लोक अदालत के माध्यम से प्रकरणों के समाधान में दोनों पक्षों को सहूलियत होती है. एक तरफ वादी को न्याय शुल्क की छूट मिलती है तो प्रतिवादी को प्रकरण के खर्च से मुक्ति मिल जाती है.

नेशनल लोक अदालत

उन्होंने कहा कि लोक अदालत में जल्द न्याय मिल जाता है और विभागों की छूट का लाभ भी मिलता है. लोक अदालत में मोटर दुर्घटना के 52 मामलों का निराकरण कर 51 लाख 35 हजार 500 रुपए के अवार्ड पारित किए गए, जबकि चेक बाउंस के 90 मामले, आपराधिक प्रकृति के 43 मामले, बिजली के 54 मामले, पारिवारिक विवाद के 38 मामले, दीवानी और अन्य प्रकृति के 106 मामलों का निराकरण किया गया.

विभिन्न बैंकों के 104 मामले, बिजली विभाग के 222 मामले, नगर निगम के 681 मामले और 233 प्री-लिटिगेशन का निराकरण भी किया गया. जिसमें 91 लाख 36 हजार 771 का राजस्व प्राप्त हुआ. जिले की 45 खंडपीठों में लंबित मामलों में से 331 मामले और प्री-लिटिगेशन के 1240 मामलों का समाधान किया गया. वहीं कई पारिवारिक मामले भी जो सालों से चले आ रहे मनमुटाव को दूर कर समझौता कराया गया.

Intro:सागर। जिले में ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में नेशनल लोक अदालत का आयोजन सागर मुख्यालय सहित सभी तहसील न्यायालयों में किया गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश केपी सिंह ने ईटीवी भारत से चर्चा करते हुए कहा कि लोक अदालत के माध्यम से प्रकरणों के निराकरण में दोनों पक्षों को सहुलियत होती है, एक तरफ वादी को न्याय शुल्क की छूट मिलती है तो प्रतिवादी को प्रकरण के व्यय वहन करने से मुक्ति मिल जाती है। लोक अदालत में शीघ्र न्याय मिल जाता है और विभागों की छूट का लाभ भी मिलता है। Body:लोक अदालत में मोटर दुर्घटना के 52 प्रकरणों का निराकरण कर 51 लाख 35 हजार 500 रुपए के अवार्ड पारित किए गए। वहीं चैक बाउंस के 90 प्रकरण, आपराधिक प्रकृति के 43 प्रकरण, विद्युत के 54 प्रकरण, पारिवारिक विवाद के 38 प्रकरण तथा दीवानी एवं अन्य प्रकृति के 106 प्रकरणों का निराकरण किया गया।Conclusion:विभिन्ना बैंकों के 104 प्रकरण, विद्युत विभाग के 222 प्रकरण, नगर निगम के 681 प्रकरण व अन्य 233 प्री-लिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण भी इस अवसर पर हुआष जिसमें 91 लाख 36 हजार 771 का राजस्व प्राप्त हुआ। जिले की 45 खंडपीठों में लंबित प्रकरणों में से 331 प्रकरण व प्री-लिटिगेशन के 1240 प्रकरण निराकृत किए गए। वहीं कई पारिवारिक मामले भी सालों से चले आ रहे मनमुटाव को दूर कर समझौता कराया गया।

बाईट- केपी सिंह, ज़िला एंव सत्र न्यायधीश (डिस्ट्रीक्ट जज) सागर
Last Updated : Feb 9, 2020, 11:48 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.