सागर। सरकारी संस्था के अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह की बहू जो की जनपद अध्यक्ष हैं उनको धरने पर बैठना पड़ रहा है.सागर जनपद पंचायत की अध्यक्ष सविता सिंह 6 फरवरी को सभी जनपद सदस्यों के साथ धरना देने जा रही हैं. धरने की वजह यह है कि, सागर के सिविल लाइन इलाके में स्थित जनपद पंचायत के कांप्लेक्स के किराएदारों ने अतिक्रमण कर लिया है. जनपद पंचायत अपने किरायेदारों का अतिक्रमण हटाना चाहती है. लेकिन तहसीलदार से लेकर नगर निगम आयुक्त और कलेक्टर के अलावा सागर संभाग के कमिश्नर से गुहार लगाने के बावजूद भी अतिक्रमण नहीं हट रहा है. आखिरकार जनपद सदस्य और अध्यक्ष धरने पर बैठने के लिए मजबूर हैं.
ये है मामला: प्रदेश के शहरी इलाकों में होने वाले अतिक्रमण के लिए नगर निगम और नगर पालिका परिषद जिम्मेदार होती हैं. अतिक्रमण को रोकना और अतिक्रमण होने पर उसको हटाना नगरीय प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी होती है, लेकिन यह जानकर ताज्जुब होगा कि, प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह की बहू भी अतिक्रमण नहीं हटवा पा रही हैं. जबकि वह खुद एक जनप्रतिनिधि हैं और सागर जनपद पंचायत की अध्यक्ष हैं.
इस कांप्लेक्स में 80 दुकानें: अतिक्रमण का मामला व्यक्तिगत नहीं, बल्कि शासकीय संपत्ति पर अतिक्रमण करने का है. सागर जनपद पंचायत का शहर के पॉश इलाके सिविल लाइन में शॉपिंग कांप्लेक्स हैं. इस कांप्लेक्स में 80 दुकानें हैं और दुकानदारों को किराए पर दी गई हैं. जनपद पंचायत कांप्लेक्स के दुकानदारों ने किराए से ली गई जमीन से ज्यादा पर अतिक्रमण कर लिया है. कांप्लेक्स में पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था होने के बाद भी अतिक्रमण के कारण पार्किंग की समस्या खड़ी हो गई है.
दुकानदार अतिक्रमण हटाने तैयार नहीं: सागर जनपद पंचायत द्वारा संबंधित दुकानदारों को समय-समय पर नोटिस के जरिए सूचित कर अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया है, लेकिन ज्यादातर दुकानदार अतिक्रमण हटाने तैयार नहीं है. जनपद पंचायत ऐसी संस्था है, जो खुद अतिक्रमण नहीं हटा सकती है. अतिक्रमण हटाने के लिए उसे नगर निगम या जिला प्रशासन सागर की मदद लेना होगा. इस बात को ध्यान रखते हुए सागर जनपद पंचायत की अध्यक्ष सविता पृथ्वी सिंह और जनपद पंचायत के सीईओ ने तहसीलदार, एसडीएम, नगर निगम आयुक्त, जिला कलेक्टर सागर और कमिश्नर सागर संभाग को पिछले 3 महीने में कई बार पत्र लिखे. अतिक्रमण हटाए जाने का आश्वासन भी मिला, लेकिन आज तक अतिक्रमण नहीं हटाया गया है.
धरने पर बैठीं भूपेंद्र सिंह की बहू: ये मामला इसलिए गंभीर हो गया है, क्योंकि आंदोलन करने का ऐलान कर चुकी सागर जनपद पंचायत की अध्यक्ष सविता पृथ्वी सिंह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सबसे करीबी और मध्य प्रदेश सरकार के नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह की बहू हैं. मंत्री भूपेंद्र सिंह के भतीजे पृथ्वी सिंह की पत्नी हैं. खास बात ये है कि जिस अतिक्रमण को हटाने के लिए जनपद पंचायत अध्यक्ष परेशान हैं, उस अतिक्रमण को हटाने की जिम्मेदारी नगर निगम सागर की है. इसके अलावा जिला प्रशासन सागर एसडीएम के माध्यम से भी अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही कर सकता है.
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प्रशासन को चेतावनी: जनपद पंचायत अध्यक्ष सविता पृथ्वी सिंह का कहना है कि, अतिक्रमण हटवाने के लिए जनपद पंचायत सागर द्वारा नियमानुसार संबंधित विभागों और अधिकारियों को समय-समय पर पत्र लिखे गए हैं. सागर एसडीएम, नगर निगम आयुक्त, जिला कलेक्टर और सागर संभाग के कमिश्नर को भी पत्र लिखा गया है. जनपद पंचायत कांपलेक्स के किरायेदारों ने कांपलेक्स के खाली छूटे स्थान पर चबूतरो का निर्माण कर लिया गया है. चबूतरों पर व्यवसायिक गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है. अतिक्रमण हटवाने के लिए पिछले 3 महीने से जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन से पत्राचार किया गया है. व्यक्तिगत संपर्क भी किया गया, लेकिन आश्वासन के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया. 6 फरवरी तक अतिक्रमण नहीं हटा, तो हम सभी जनप्रतिनिधि धरना देंगे.