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आज सागर जिले के बीना में ओलावृष्टि तथा अतिवर्षा से प्रभावित गाँवों के संकटग्रस्त किसानों को सांत्वना दी। किसानों को राहत देने का कोई भी पहलू हम नहीं छोड़ेंगे। तीन विभाग संयुक्त रूप से सर्वे का काम करेंगे। सैटेलाइट सर्वे भी करवाएंगे ताकि कोई किसान छूटे नहीं। pic.twitter.com/gtTpoR8fhE
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 21, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 21, 2023आज सागर जिले के बीना में ओलावृष्टि तथा अतिवर्षा से प्रभावित गाँवों के संकटग्रस्त किसानों को सांत्वना दी। किसानों को राहत देने का कोई भी पहलू हम नहीं छोड़ेंगे। तीन विभाग संयुक्त रूप से सर्वे का काम करेंगे। सैटेलाइट सर्वे भी करवाएंगे ताकि कोई किसान छूटे नहीं। pic.twitter.com/gtTpoR8fhE
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 21, 2023
सागर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को बीना पहुंचकर वर्षा प्रभावित फसलों का जायजा लिया. निरीक्षण के बाद शिवराज ने कहा कि ओलावृष्टि से प्रदेश के 20 जिलों में व्यापक नुकसान हुआ है. किसान काफी परेशानी में हैं. प्रदेश सरकार उनको संकट से बाहर निकालने का प्रयास कर रही है. नुकसान का सर्वे कराने के बाद उन्हें हरसंभव मदद की जाएगी.
सीएम ने किया निरीक्षण: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रूसल्ला गांव पहुंचे. यहां खेतों में जाकर उन्होंने फसलों का जायजा लिया. किसानों को ढांढस बंधाते हुए उन्होंने कहा, 'प्रदेश सरकार संकट की घड़ी में किसानों के साथ है. हम किसानों की आंखों में आंसू नहीं आने देंगे. किसान दिन-रात मेहनत करते हैं. खून-पसीना बहाते हैं, तब बड़ी मुश्किल के बाद फसल तैयार होती है. ओलावृष्टि से किसानों की उम्मीदें धूमिल होती हैं, इसलिए उनकी आंखों से आंसू आना जायज है. लेकिन शिवराज सिंह संकट की घड़ी में किसानों के साथ खड़ा है. चिंता की कोई बात नहीं है.' मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश के 20 जिलों में बेमौसम बारिश से फसलों का नुकसान हुआ है. 3 विभागों के संयुक्त दल द्वारा सर्वे करने के बाद किसानों को जल्द मुआवजा राशि दी जाएगी.
ओलावृष्टि प्रभावित जिलों के लिए घोषणा: मुख्यमंत्री ने कहा कि गेहूं, चना, मसूर की फसल प्रभावित होने पर प्रति हेक्टेयर 32 हजार रुपए की राशि दी जाएगी. फसल बीमा का कार्य साथ-साथ चलेगा. फसलों का सर्वे सेटेलाइट से कराने के निर्देश दिए गए हैं. बिजली गिरने से जिन किसानों की मृत्यु हुई है, उनके परिवार को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी.
0 प्रतिशत ब्याज पर कर्ज: इस प्राकृतिक आपदा में गाय-भैंस की मृत्यु होने पर 37 हजार, भेड़-बकरी की मृत्यु होने पर 4 हजार, मुर्गा-मुर्गी की मृत्यु होने पर 100 रुपए दिए जाएंगे. जिन किसानों की फसलें ओलावृष्टि से क्षतिग्रस्त हुई हैं, उनसे ऋण वसूली नहीं होगी. अगले साल का ब्याज सरकार भरेगी. प्रयास किए जा रहे हैं कि पीड़ित किसानों को 0 प्रतिशत ब्याज पर कर्ज भी मिल सके.
पंजीयन के लिए दोबारा खुलेगा पोर्टल: जिन किसानों की बेटियों की शादी होनी है, उन्हें मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से 56 हजार की राशि दी जाएगी. जो पीड़ित किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए पंजीयन नहीं करा सके हैं, उनके लिए पोर्टल दोबारा खुलेगा. सीएम ने कहा कि यह घोषणा सिर्फ सागर जिले के लिए नहीं बल्कि ओलावृष्टि से प्रभावित प्रदेश के सभी जिलों के लिए है.
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कमिश्नर-कलेक्टर को दिए निर्देश: मुख्यमंत्री ने कमिश्नर और कलेक्टर को पूरी प्रमाणिकता और ईमानदारी के साथ सर्वे कराकर प्रभावितों की सूची पंचायत कार्यालय में चस्पा करने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने यह भी कहा है कि जिन किसानों को आपत्ति हो या कोई संशोधन कराना चाहे तो वे करा सकेंगे. सर्वे के बाद पूरी ईमानदारी से आकलन होगा. किसानों को नुकसान का मुआवजा और फसल बीमा राशि से राहत दिलाई जाएगी.