सागर। डॉ. हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर के लाइब्रेरी साइंस के एक छात्र ने यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक भवन के गेट पर आमरण अनशन शुरू कर दिया है. अनशनकारी छात्र ने लाइब्रेरी साइंस के एचओडी ललित मोहन पर आरोप लगाया है कि इन्होंने जानबूझकर छात्र को परीक्षा में फेल कर दिया है.छात्र की मांग है कि उसकी कॉपी फिर से जांची जाए. जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि कॉपियां फिर से जांचने का कोई प्रावधान नहीं है, सिर्फ रीटोटलिंग की जा सकती है.रिवैल्युएशन का कोई प्रावधान नहीं है.
सर्दी में सत्याग्रह: डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय में प्रशासनिक भवन के गेट के सामने ठंड के मौसम में एक छात्र पिछले दो दिनों से आमरण अनशन पर बैठा है. छात्र विशाल सूर्यवंशी का कहना है कि लाइब्रेरी साइंस के दूसरे सेमेस्टर के पेपर में उसे सिर्फ दो नंबर से फेल कर दिया गया है. छात्र ने विभाग के एचओडी ललित मोहन पर जानबूझकर फेल करने का आरोप लगाया है. छात्र की मांग है कि उसकी उत्तरपुस्तिका का पुनर्मूल्यांकन करवाया जाए. छात्र का कहना है कि वह छात्र राजनीति में भी सक्रिय है और कई बार छात्रों की हित की बात को लेकर मुखर हुआ है. इसलिए विश्वविद्यालय प्रशासन उसे हटाना चाहता है.
क्या कहना है रजिस्ट्रार का: विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार एसपी उपाध्याय का कहना है कि यह प्रशासनिक मामला नहीं है. यह मामला एकेडमिक से जुड़ा हुआ है. इसलिए इस मामले में विश्वविद्यालय की प्रॉक्टर या एकेडमिक विभाग ही जानकारी दे सकता है.
ये भी पढ़ें: |
छात्र को नियमों की जानकारी दी: विश्वविद्यालय के मीडिया ऑफिसर डॉ विवेक जायसवाल का कहना है कि छात्र की मांग है कि उसकी कॉपियों का रिवैल्युएशन किया जाए, लेकिन विश्वविद्यालय में प्रावधान है कि काफियों की सिर्फ रीटोटलिंग की जा सकती है. छात्र को नियमों के बारे में बताया गया है फिर भी छात्र लगातार अनशन पर बैठा हुआ है. अनशनकारी छात्र से प्रॉक्टिरियल बोर्ड और एकेडमिक अफेयर के डायरेक्टर बात कर रहे हैं.