सागर। इस बार के विधानसभा चुनाव की बात करें, तो त्यौहारों के मौसम में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया जारी है. एक तरफ राजनीतिक दल प्रचार प्रसार में जुटे हैं. दूसरी तरफ प्रशासन चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार चुनावी तैयारियों में जुटा हुआ है. इसी कड़ी में सागर जिले में विधानसभा चुनाव के लिए एक नवंबर को प्रशिक्षण का कार्यक्रम रखा गया. प्रशिक्षण की सूचना आते ही महिला कर्मचारी पशोपेश में पड़ गईं, क्योंकि एक नवम्बर को ही करवाचौथ का त्यौहार है.
महिलाओं की समस्या को देखते हुए सागर विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी शैलेन्द्र जैन ने निर्वाचन आयोग से प्रशिक्षण की तारीख बदले जाने का आवेदन किया. आखिर में आज जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा प्रशिक्षण का कार्यक्रम 1 नवंबर को स्थगित करने का फैसला लिया गया.
करवाचौथ पर चुनाव प्रशिक्षण: दरअसल, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव एक ही चरण में 17 नवम्बर को संपन्न होना है. चुनाव की नामांकन की प्रक्रिया जारी है और सरकारी कर्मचारी चुनाव कार्यक्रम में जुटे हैं. मतदान और मतगणना में तैनात होने वाले कर्मचारियों की तैनाती और प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू किया जा रहा है. जिला प्रशासन ने 31 अक्टूबर तक नामांकन प्रक्रिया संपन्न होने के बाद चुनाव ड्यूटी वाले कर्मचारियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की है. इसके तहत एक नवंबर को चुनाव में तैनात कर्मचारियों का प्रशिक्षण रखा गया. इस आदेश के जारी होते ही जिले की महिला कर्मचारियों में हडकंप मच गया, क्योंकि एक नवंबर को करवाचौथ का व्रत है, जो काफी कठिन होने के साथ पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है. ऐसे में महिला कर्मचारियों ने इस बात को लेकर प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर उठाया.
भाजपा प्रत्याशी ने भी लगायी चुनाव आयोग से गुहार: कई महिला कर्मचारी तो मौजूदा विधायक और भाजपा के प्रत्याशी शैलेन्द्र जैन के पास पहुंची और चुनाव ड्यूटी को लेकर उन्होंने अपनी परेशानी बतायी. भाजपा प्रत्याशी शैलेंद्र जैन ने भी तत्काल जिला निर्वाचन अधिकारी को चिट्ठी लिखी और करवाचौथ के दिन एक नवंबर को होने वाले चुनाव प्रशिक्षण की तारीख बदलने का निवेदन किया है. भाजपा प्रत्याशी शैलेंद्र जैन ने कहा कि "मुझे जानकारी मिली है कि 1 नवंबर को विधानसभा चुनाव के प्रशिक्षण का कार्यक्रम रखा गया है और एक नवंबर को ही करवाचौथ है. जो मातृ शक्ति के लिए काफी महत्वपूर्ण है. करवाचौथ पर महिलाएं निर्जला व्रत करती हैं. ऐसी स्थिति में जिले भर में पदस्थ महिला अधिकारी- कर्मचारियों में असमंजस की स्थिति बनी है और वो परेशान हैं कि इस महत्वपूर्ण त्यौहार के दिन चुनाव प्रशिक्षण को कैसे कर पाएंगी. विधायक ने जिला निर्वाचन अधिकारी से चुनाव प्रशिक्षण की तारीख में परिवर्तन का आग्रह किया है."
जिला प्रशासन ने भी स्थगित किया प्रशिक्षण: कई महिला कर्मचारी-अधिकारी और राजनीतिक दलों के आग्रह पर जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक आर्य ने पीठासीन अधिकारी एवं पोलिंग अधिकारी क्रमांक एक का आयोजित होने वाला चुनाव प्रशिक्षण स्थगित कर दिया है. जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक आर्य ने बताया कि विधानसभा चुनाव 2023 के चुनाव के के लिए पीठासीन अधिकारी एवं पोलिंग अधिकारी क्रमांक एक का प्रशिक्षण 31 अक्टूबर, 1 नवंबर और 2 नवंबर को आयोजित किया जाना था. अब 1 नवंबर को मध्य प्रदेश स्थापना दिवस और करवाचौथ और 3 नवंबर को स्कूल शिक्षा विभाग की परीक्षा के कारण एक नवंबर का प्रशिक्षण 4 नवंबर को आयोजित किया जाएगा. बाकी तारीख यथावत रहेगी.