सागर। जो व्यक्ति लगातार 38 साल से विधायक हो, करीब 18 साल से ज्यादा कैबिनेट मंंत्री रहा हो, विपक्ष में रहते हुए नेता प्रतिपक्ष का पद संभाला हो और इकलौता बेटा राजनीतिक विरासत संभालने के लिए पूरी तरह से तैयार हो, ऐसे व्यक्ति के कान में पीएम नरेंद्र मोदी ने ऐसा कौन सा मंत्र फूंक दिया कि वह नवमीं बार चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गया. जी हां, बात कर रहे हैं शिवराज सरकार के दिग्गज मंत्री गोपाल भार्गव की जो लगातार 9वां विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं. बुधवार को उन्होंने रहली एसडीएम कार्यालय में हजारों समर्थकों की मौजूदगी में अपना नामांकन दाखिल किया और केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक के साथ विशाल सभा को संबोधित किया. सभा को संबोधित करने के दौरान गोपाल भार्गव का बयान काफी सुर्खियां बटोर रहा है, जिसमें उन्होंने कहा कि "यह चुनाव निर्णायक चुनाव है और मेरी इच्छा चुनाव लड़ने की नहीं थी, लेकिन मोदी जी के मध्य प्रदेश आगमन के दौरान उनसे चर्चा हुई और उन्होंने मेरे से कहा कि एक बार और चुनाव लड़ना है और मैं आपके बीच में हूं."
पीएम मोदी ने गोपाल भार्गव से क्या कहा: रहली एसडीएम कार्यालय में अपना नामांकन दाखिल करने के बाद रहली के स्टेडियम में विशाल आम सभा को संबोधित करते हुए गोपाल भार्गव ने कहा कि "यह चुनाव निर्णायक चुनाव हैं, मेरी इच्छा चुनाव लड़ने की नहीं थी. लेकिन मेरे शुभचिंतकों और वरिष्ठ नेताओं और भारत के सर्वोच्च नेता ने कहा कि आपको चुनाव लड़ना है." दरअसल मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि "पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मध्य प्रदेश आना हुआ और मुझे कई बार उनकी अगवानी का मौका मिला, इसी दौरान उन्होंने मेरे से पूछा कि क्यों गोपाल जी इस बार आप चुनाव लड़ रहे हो क्या? तो मैंने चुनाव लड़ने से मना किया, लेकिन उन्होंने कहा कि आपको एक बार और चुनाव लड़ना है और आपकी व्यवस्था में करूंगा. फिर मोदी जी के कहने के बाद मैं खुद चुनाव लड़ने का फैसला किया."
गोपाल भार्गव के बयान के बाद सीएम बनने की चर्चा तेज: गोपाल भार्गव के बयान के बाद एक बार फिर मुख्यमंत्री पद को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है, भाजपा के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में गोपाल भार्गव का भी नाम शुमार है. उनके बयान के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद का आश्वासन दिया है, क्योंकि गोपाल भार्गव की सियासत की लंबी पारी में अब एक ही पद की महत्वाकांक्षा बाकी रह गई है, जिसे वह हासिल करना चाहते हैं. फिलहाल मध्य प्रदेश में किसकी सरकार बनती है और भाजपा की तरफ से चुनाव लड़ रहे मोदी कैबिनेट के कई मंत्रियों में भी मुख्यमंत्री के प्रबल दावेदार हैं. वहीं भाजपा ने किसी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा भी घोषित नहीं किया है, ऐसे में कांटे की टक्कर के मुकाबले में दिग्गज नेता अपने आप को मुख्यमंत्री का दावेदार बताने से नहीं चूक रहे हैं.