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MP की सियासत में मायावती की एंट्री, दलितों के मकान ढहने पर बोलीं BSP सुप्रीमो, द्वेषपूर्ण बुलडोजर राजनीति निंदनीय - सागर में दलितों के घर पर चला बुलडोजर

मंत्री गोविंद सिंह के विधानसभा क्षेत्र स्थित गांव में दलितों के घर पर चले बुलडोजर मामले में सियासत तेज होती जा रही है. दिग्विजय सिंह के बाद बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती भी इस मामले में बयान दे चुकी हैं.

Mayawati
मायावती
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Published : Jun 23, 2023, 6:00 PM IST

सागर। एमपी के राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के विधानसभा क्षेत्र सुरखी के रैपुरा गांव दलितों के घर पर चले बुलडोजर मामले में राजनीतिक गहमागहमी तेज हो गई है. पहले तो जहां मामले को लेकर कांग्रेस राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह घटनास्थल पर ही धरने पर बैठे. जिसके बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया है. बसपा सुप्रीमो व उत्तरप्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने भी मामले में हस्तक्षेप करते हुए शिवराज सरकार को आड़े हाथों लिया है. (Mayawati Entry in MP Politics)

मायावती के निशाने शिवराज सरकार: बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मध्य प्रदेश सरकार की विध्वंसकारी द्वेषपूर्ण बुलडोजर राजनीति लोगों के घर व स्कूल तोड़ते-तोड़ते अब पीएम आवास योजना के अन्तर्गत बने गरीबों के मकान भी तोड़ने लगी है. जो अति-निन्दनीय है. इसी क्रम में सागर जिले में पीएम योजना के तहत बने सात दलित परिवारों के घरों का ध्वंस शर्मनाक. (Mayawati Said Bulldozer Politics Bad)

  • मध्य प्रदेश सरकार की विध्वंसकारी द्वेषपूर्ण बुलडोजर राजनीति लोगों के घर व स्कूल तोड़ते-तोड़ते अब पीएम आवास योजना के अन्तर्गत बने गरीबों के मकान भी तोड़ने लगी है, जो अति-निन्दनीय। इसी क्रम में सागर जिले में पीएम योजना के तहत् बने सात दलित परिवारों के घरों का ध्वंस शर्मनाक।

    — Mayawati (@Mayawati) June 23, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

धरने पर बैठे दिग्विजय: बता दें इस मामले की जानकारी जब पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को मिली तो वह तुरंत रैपुरा गांव पहुंचे. जहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनसे बात की. सब कुछ जानने के बाद वन विभाग और प्रशासन की कार्रवाई से नाराज दिग्विजय सिंह मौके पर धरने पर बैठ गए. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब तक कलेक्टर, एसपी और डीएफओ आकर उनसे बात नहीं करते वे यहां से नहीं हटेंगे. दिग्विजय सिंह के धरना प्रदर्शन की जानकारी मिलते हुई एसपी-कलेक्टर तुरंत मौके पर पहुंचे. इस दौरान दिग्विजय सिंह ने पीड़ितों को आवासीय पट्टा देने, नए सिरे से मकान बनवाने और दोषियों पर कार्रवाई किए जाने की मांग की.

मंत्री गोविंद सिंह पर लगाया आरोप: वहीं इसके बाद दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को निशाने पर लिया. वीडियो में पूर्व सीएम ने कहा कि जब मंत्री गोविंद सिंह के भाई जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह को मेरे रैपुरा गांव पहुंचने की जानकारी मिली, तो उन्होंने गांव पहुंचकर लोगों को धमका कर जबरन वीडियो बनवाया. दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट पर गोविंद सिंह राजपूत ने जवाब देते हुए कहा है कि आप वरिष्ठ नेता हैं और इतनी हल्की और झूठी बात लिखना शोभा नहीं देती. इस मामले में गोविंद सिंह को गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का साथ मिला. नरोत्तम मिश्रा ने कहा दिग्विजय सिंह राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं. जबकि गोविंद सिंह मामले में स्पष्टीकरण दे चुके हैं. (Bulldozer Run on Dalits House)

यहां पढ़ें...

क्या है मामला: आपको बता दें कि बुधवार को सुरखी विधानसभा क्षेत्र के रैपुरा गांव में वन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम पहुंची थी. जहां प्रशासन ने 16 दलित परिवारों को बिना बताए उनके मकान गिरा दिए थे. यह दलित परिवार करीब 50 साल से ज्यादा वक्त से इस जगह पर काबिज था और 16 में से 6 लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला था. जिसके तहत वह अपने आवास का निर्माण भी कर रहे थे, लेकिन बुधवार शाम को पहुंची टीम ने दलित परिवार को अपने सामान निकालने का भी मौका नहीं दिया और उनके घरों को तहस-नहस कर दिया. (Bulldozer Run on Dalits House)

सागर। एमपी के राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के विधानसभा क्षेत्र सुरखी के रैपुरा गांव दलितों के घर पर चले बुलडोजर मामले में राजनीतिक गहमागहमी तेज हो गई है. पहले तो जहां मामले को लेकर कांग्रेस राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह घटनास्थल पर ही धरने पर बैठे. जिसके बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया है. बसपा सुप्रीमो व उत्तरप्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने भी मामले में हस्तक्षेप करते हुए शिवराज सरकार को आड़े हाथों लिया है. (Mayawati Entry in MP Politics)

मायावती के निशाने शिवराज सरकार: बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मध्य प्रदेश सरकार की विध्वंसकारी द्वेषपूर्ण बुलडोजर राजनीति लोगों के घर व स्कूल तोड़ते-तोड़ते अब पीएम आवास योजना के अन्तर्गत बने गरीबों के मकान भी तोड़ने लगी है. जो अति-निन्दनीय है. इसी क्रम में सागर जिले में पीएम योजना के तहत बने सात दलित परिवारों के घरों का ध्वंस शर्मनाक. (Mayawati Said Bulldozer Politics Bad)

  • मध्य प्रदेश सरकार की विध्वंसकारी द्वेषपूर्ण बुलडोजर राजनीति लोगों के घर व स्कूल तोड़ते-तोड़ते अब पीएम आवास योजना के अन्तर्गत बने गरीबों के मकान भी तोड़ने लगी है, जो अति-निन्दनीय। इसी क्रम में सागर जिले में पीएम योजना के तहत् बने सात दलित परिवारों के घरों का ध्वंस शर्मनाक।

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धरने पर बैठे दिग्विजय: बता दें इस मामले की जानकारी जब पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को मिली तो वह तुरंत रैपुरा गांव पहुंचे. जहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनसे बात की. सब कुछ जानने के बाद वन विभाग और प्रशासन की कार्रवाई से नाराज दिग्विजय सिंह मौके पर धरने पर बैठ गए. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब तक कलेक्टर, एसपी और डीएफओ आकर उनसे बात नहीं करते वे यहां से नहीं हटेंगे. दिग्विजय सिंह के धरना प्रदर्शन की जानकारी मिलते हुई एसपी-कलेक्टर तुरंत मौके पर पहुंचे. इस दौरान दिग्विजय सिंह ने पीड़ितों को आवासीय पट्टा देने, नए सिरे से मकान बनवाने और दोषियों पर कार्रवाई किए जाने की मांग की.

मंत्री गोविंद सिंह पर लगाया आरोप: वहीं इसके बाद दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को निशाने पर लिया. वीडियो में पूर्व सीएम ने कहा कि जब मंत्री गोविंद सिंह के भाई जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह को मेरे रैपुरा गांव पहुंचने की जानकारी मिली, तो उन्होंने गांव पहुंचकर लोगों को धमका कर जबरन वीडियो बनवाया. दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट पर गोविंद सिंह राजपूत ने जवाब देते हुए कहा है कि आप वरिष्ठ नेता हैं और इतनी हल्की और झूठी बात लिखना शोभा नहीं देती. इस मामले में गोविंद सिंह को गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का साथ मिला. नरोत्तम मिश्रा ने कहा दिग्विजय सिंह राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं. जबकि गोविंद सिंह मामले में स्पष्टीकरण दे चुके हैं. (Bulldozer Run on Dalits House)

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क्या है मामला: आपको बता दें कि बुधवार को सुरखी विधानसभा क्षेत्र के रैपुरा गांव में वन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम पहुंची थी. जहां प्रशासन ने 16 दलित परिवारों को बिना बताए उनके मकान गिरा दिए थे. यह दलित परिवार करीब 50 साल से ज्यादा वक्त से इस जगह पर काबिज था और 16 में से 6 लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला था. जिसके तहत वह अपने आवास का निर्माण भी कर रहे थे, लेकिन बुधवार शाम को पहुंची टीम ने दलित परिवार को अपने सामान निकालने का भी मौका नहीं दिया और उनके घरों को तहस-नहस कर दिया. (Bulldozer Run on Dalits House)

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