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15 दिन बाद कैसे होंगे हालात? यही सोचकर सागर में हो रही है तैयारियां - बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज

इंदौर और भोपाल के हालात सागर में न हो इसलिए सागर का जिला प्रशासन अभी से भविष्य की तैयारियों में लगा है. शहर में अगले 15 दिनों के बाद क्या हालात होंगे ये सोचकर प्रशासन तैयारियां कर रहा है.

Sagar administration busy in future preparations
भविष्य की तैयारियों में जुटा सागर प्रशासन
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Published : Apr 22, 2021, 9:33 PM IST

सागर। एक बार फिर कोरोना कहर बरपा रहा है. मध्य प्रदेश में कई जिलों में कोरोना के बढ़ते मरीजों के कारण सख्त पाबंदी लागू की गई हैं. सागर में भी कोरोना को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है हालांकि अभी मरीजों का आंकड़ा 40 से 50 के बीच चल रहा है लेकिन प्रदेश के बड़े शहरों में बिगड़े हालातों को देखते हुए सागर में 15 दिन आगे की स्थितियों को सोचकर तैयारियां की जा रही है. सरकारी व्यवस्था के अलावा शहर की प्राइवेट अस्पतालों को भी कोरोना के इलाज की अनुमति दी जा रही है. इसके अलावा मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के लिए अभियान चलाकर सख्ती भी बरती जा रही है.

भविष्य की तैयारियों में जुटा सागर प्रशासन

भविष्य की स्थितियों को ध्यान में रखकर तैयारी

जिस तेजी से कोरोना संक्रमण फैल रहा है, उसको देखते हुए सागर जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां तेज कर दी गई है. अगले 15 दिन में संक्रमण की स्थिति क्या होगी, इसकी संभावनाओं के आधार पर सागर जिले में तैयारियां की जा रही हैं. सागर में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय और बीड़ी कामगार अस्पताल में कोरोना के इलाज की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर निजी अस्पतालों को कोरोना इलाज की अनुमति दी जा सकती है.

बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में क्या है व्यवस्था

  • बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 270 बेड की व्यवस्था.
  • हर बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था है, मेडिकल कॉलेज की अपनी ऑक्सीजन यूनिट है.
  • कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए दो ICU हैं। दोनों आईसीयू में 30-30 बेड की व्यवस्था.
  • गंभीर संक्रमितों के लिए बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में 44 वेंटीलेटर की सुविधा है.

सागर जिला चिकित्सालय में क्या है कोरोना के इलाज के इंतजाम

  • सागर में कोरोना की टेस्टिंग के लिए 16 फीवर क्लीनिक बनाए गए हैं.
  • इन फीवर क्लीनिक में आरटीपीसीआर और रैपिड टेस्ट किए जा रहे हैं.
  • जिला चिकित्सालय में कोविड मरीजों के लिए कुल 142 बेड की व्यवस्था है.
  • इसमें 14 बेड वेंटिलेटर वाले हैं, 40 बेड ऑक्सीजन सुविधा वाले हैं.
  • बगैर ऑक्सीजन के भी 40 बेड कोरोना मरीजों के इलाज के लिए रखे गए हैं

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बीड़ी कामगार अस्पताल में आइसोलेशन की व्यवस्था
केंद्र सरकार के श्रम मंत्रालय द्वारा सागर में स्थापित किए गए बीड़ी कामगार अस्पताल में कम गंभीर मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. इसकी क्षमता 50 मरीजों की है लेकिन समय आने पर इसे बढ़ाकर 100 मरीजों तक किया जा सकता है.

चार निजी अस्पतालों ने मांगी इलाज की अनुमति
सागर शहर के चार निजी अस्पतालों ने जिला प्रशासन से कोरोना के इलाज के लिए अनुमति मांगी है. फिलहाल जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है, लेकिन इन निजी अस्पताल संचालकों को निर्देश दिए हैं कि समय आने पर उन्हें अनुमति दी जा सकती है, इसलिए वो तैयारी करके रखें. अनुमति मांगने वाले निजी अस्पतालों में सागर श्री, भाग्योदय, डॉ. राय और संजीवनी अस्पताल हैं.

सागर। एक बार फिर कोरोना कहर बरपा रहा है. मध्य प्रदेश में कई जिलों में कोरोना के बढ़ते मरीजों के कारण सख्त पाबंदी लागू की गई हैं. सागर में भी कोरोना को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है हालांकि अभी मरीजों का आंकड़ा 40 से 50 के बीच चल रहा है लेकिन प्रदेश के बड़े शहरों में बिगड़े हालातों को देखते हुए सागर में 15 दिन आगे की स्थितियों को सोचकर तैयारियां की जा रही है. सरकारी व्यवस्था के अलावा शहर की प्राइवेट अस्पतालों को भी कोरोना के इलाज की अनुमति दी जा रही है. इसके अलावा मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के लिए अभियान चलाकर सख्ती भी बरती जा रही है.

भविष्य की तैयारियों में जुटा सागर प्रशासन

भविष्य की स्थितियों को ध्यान में रखकर तैयारी

जिस तेजी से कोरोना संक्रमण फैल रहा है, उसको देखते हुए सागर जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां तेज कर दी गई है. अगले 15 दिन में संक्रमण की स्थिति क्या होगी, इसकी संभावनाओं के आधार पर सागर जिले में तैयारियां की जा रही हैं. सागर में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय और बीड़ी कामगार अस्पताल में कोरोना के इलाज की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर निजी अस्पतालों को कोरोना इलाज की अनुमति दी जा सकती है.

बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में क्या है व्यवस्था

  • बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 270 बेड की व्यवस्था.
  • हर बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था है, मेडिकल कॉलेज की अपनी ऑक्सीजन यूनिट है.
  • कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए दो ICU हैं। दोनों आईसीयू में 30-30 बेड की व्यवस्था.
  • गंभीर संक्रमितों के लिए बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में 44 वेंटीलेटर की सुविधा है.

सागर जिला चिकित्सालय में क्या है कोरोना के इलाज के इंतजाम

  • सागर में कोरोना की टेस्टिंग के लिए 16 फीवर क्लीनिक बनाए गए हैं.
  • इन फीवर क्लीनिक में आरटीपीसीआर और रैपिड टेस्ट किए जा रहे हैं.
  • जिला चिकित्सालय में कोविड मरीजों के लिए कुल 142 बेड की व्यवस्था है.
  • इसमें 14 बेड वेंटिलेटर वाले हैं, 40 बेड ऑक्सीजन सुविधा वाले हैं.
  • बगैर ऑक्सीजन के भी 40 बेड कोरोना मरीजों के इलाज के लिए रखे गए हैं

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बीड़ी कामगार अस्पताल में आइसोलेशन की व्यवस्था
केंद्र सरकार के श्रम मंत्रालय द्वारा सागर में स्थापित किए गए बीड़ी कामगार अस्पताल में कम गंभीर मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. इसकी क्षमता 50 मरीजों की है लेकिन समय आने पर इसे बढ़ाकर 100 मरीजों तक किया जा सकता है.

चार निजी अस्पतालों ने मांगी इलाज की अनुमति
सागर शहर के चार निजी अस्पतालों ने जिला प्रशासन से कोरोना के इलाज के लिए अनुमति मांगी है. फिलहाल जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है, लेकिन इन निजी अस्पताल संचालकों को निर्देश दिए हैं कि समय आने पर उन्हें अनुमति दी जा सकती है, इसलिए वो तैयारी करके रखें. अनुमति मांगने वाले निजी अस्पतालों में सागर श्री, भाग्योदय, डॉ. राय और संजीवनी अस्पताल हैं.

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