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राष्ट्रीय बालिका दिवस विशेष : सागर में NH-44 पर टोल टैक्स जैसी बड़ी जिम्मेदारियां संभाल रहीं हैं लड़कियां

सागर में देश के सबसे बड़े नेशनल हाईवे-44 (nh-44 sagar toll tax) को लड़कियां संभाल रही हैं. यहां चितौरा टोल टैक्स बूथ पर 9 लड़कियों को जिम्मेदारी दी गई है. जिसे सभी बखूबी निभा रही हैं.

nh 44 toll tax
नेशनल हाईवे 44 सागर
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Published : Jan 22, 2022, 7:37 PM IST

Updated : Jan 24, 2022, 7:55 AM IST

सागर। आमतौर पर आपने खबरों में सुना होगा और कई वीडियो भी देखे होंगे, जिनमें टोल टैक्स पर वाहन चालक कई बार मारपीट झगड़ा और दबंगई दिखाते हैं. टोल टैक्स पर इस तरह की घटनाएं आम होती हैं. आपको ये जानकर अचरज होगा कि देश के सबसे बड़े नेशनल हाईवे-44 (nh-44 sagar toll tax) पर टोल टैक्स कलेक्शन की जिम्मेदारी लड़कियां बखूबी संभाल रही हैं.

टोल बूथ पर काम कर रहीं लड़कियां

9 लड़कियों ने संभाला है मोर्चा
राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के चितौरा टोल टैक्स बूथ पर 9 लड़कियां जिम्मेदारी (woman working on nh-44 sagar toll tax) संभाले हुए हैं. दूसरे टोल टैक्स की तरह यहां भी बहस बाजी और झगड़े की स्थिति बनती है, लेकिन आत्मविश्वास से भरपूर लड़कियां इन परिस्थितियों का डटकर मुकाबला करती हैं. हालांकि प्रबंधन द्वारा इन लड़कियों की मदद और सुविधाओं के लिए भरपूर इंतजाम भी किए हैं.

सागर से गुजरता है एनएच-44
नेशनल हाईवे-44 देश का सबसे बड़ा हाईवे है. यह राष्ट्रीय स्वर्णिम चतुर्भुज योजना का हिस्सा है, जो कश्मीर से कन्याकुमारी को जोड़ने का काम करता है. श्रीनगर से लेकर कन्याकुमारी (kashmir to kanyakumari national highway) तक इसकी लंबाई 3144 किलोमीटर है. देश के लगभग मध्य में स्थित जिले में इस हाईवे का करीब 130 किलोमीटर का हिस्सा गुजरता है. यहां तीन टोल टैक्स बूथ नेशनल हाईवे-44 पर स्थापित हैं. सागर जिले में चितौरा महाराजपुर और मालथौन में टोल टैक्स बूथ बनाए गए हैं.

फास्टैग के बाद भी होते हैं झगड़े
आमतौर पर टोल टैक्स बूथ पर झगड़े की स्थिति रोजाना बनती है. खासकर बुंदेलखंड इलाके में इस तरह के झगड़े तो आम बात है. वहीं दूसरी तरफ से नेशनल हाईवे-44 (quarrel in sagar toll tax) का टोल टैक्स काफी महंगा होने के कारण रोजाना बहस और झगड़े के हालात बनते हैं. सरकार द्वारा टोल टैक्स कलेक्शन के लिए फास्टैग व्यवस्था लागू कर दी गई है. इसके बावजूद भी लोग टोल टैक्स देने से बचते हैं. आमतौर पर रसूखदार और दबंग लोग टोल टैक्स नहीं देना चाहते हैं.

नेशनल हाईवे-44 पर जिम्मेदारी संभाल रही हैं लड़कियां
नेशनल हाईवे-44 के चितौरा टोल टैक्स बूथ पर पिछले 2 सालों से लड़कियां जिम्मेदारी संभाल रही है. यहां नौ लड़कियां काम कर रही हैं. एक साल पहले तक फास्टैग व्यवस्था लागू न होने से टोल टैक्स बूथ पर आए दिन झगड़े और विवाद की स्थिति बनती थी. जब से फास्टैग व्यवस्था लागू हो गई है, तो इन झगड़ों में कमी जरूर आई है. आज भी रसूखदार और दबंग लोग बिना टैक्स दिए टोल बूथ पार करना चाहते हैं.

लड़कियों के लिए किए विशेष इंतजाम
चितौरा टोल टैक्स प्रबंधन ने टोल टैक्स बूथ पर काम करने वाली लड़कियों के लिए विशेष इंतजाम भी किए हैं. इन लड़कियों की ड्यूटी सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक ही लगाई जाती है. लड़कियों को घर से लाने और छोड़ने के लिए भी वाहन का इंतजाम किया गया है. ड्यूटी के दौरान इन लड़कियों के लिए लंच और ब्रेकफास्ट की भी व्यवस्था की गई है. एचआर प्रबंधक राजाराम जाट बताते हैं कि जबसे फास्टैग व्यवस्था लागू हुई है, तो कम झगड़े होते हैं. जब लड़कियों की ड्यूटी लगाई जाती है, तो सपोर्टिंग स्टाफ में लड़कों को भी रखा जाता है. हम पूरी नजर बनाए रहते हैं. जब भी झगड़े की स्थिति बनती है, तो लड़कियों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने देते हैं.

क्या कहती हैं वैशाली ठाकुर
टोल टैक्स बूथ पर काम करने वाली वैशाली ठाकुर बताती हैं कि जब से फास्टैग व्यवस्था लागू हुई है, तब से टोल टैक्स पर होने वाले झगड़ों में कमी आई है. फिर भी लोग टोल टैक्स से बचना चाहते हैं, क्योंकि ये टोल टैक्स काफी महंगा है. कई बार झगड़े की स्थिति बनती है, तो हमारी सपोर्ट के लिए स्टाफ की व्यवस्था है. हालांकि कई लोग जो अच्छे होते हैं, वह हम लड़कियों को देखकर अच्छे तरीके से पेश आते हैं. बदतमीजी नहीं करते हैं.

शिक्षा नीति पर बोले इंदर सिंह परमार, कहा- आजादी के बाद से पढ़ाये जा रहे झूठे तथ्य

अगर कभी स्थिति भी बनती है, तो हम अपने प्रभारी अधिकारी को बताते हैं. वह इन परिस्थितियों को संभालने का काम करते हैं. वैशाली कहती हैं कि इस तरह का काम करने से लड़कियों को डरना नहीं चाहिए. उन्हें आत्मविश्वास होना चाहिए. लड़कियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए सरकार ने भी कई काम किए हैं. कुछ ही लोग होते हैं, जो लड़कियों से भी झगड़े या बहस की स्थिति बनाते हैं. ऐसी परिस्थितियों का डटकर मुकाबला करना चाहिए.

सागर। आमतौर पर आपने खबरों में सुना होगा और कई वीडियो भी देखे होंगे, जिनमें टोल टैक्स पर वाहन चालक कई बार मारपीट झगड़ा और दबंगई दिखाते हैं. टोल टैक्स पर इस तरह की घटनाएं आम होती हैं. आपको ये जानकर अचरज होगा कि देश के सबसे बड़े नेशनल हाईवे-44 (nh-44 sagar toll tax) पर टोल टैक्स कलेक्शन की जिम्मेदारी लड़कियां बखूबी संभाल रही हैं.

टोल बूथ पर काम कर रहीं लड़कियां

9 लड़कियों ने संभाला है मोर्चा
राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के चितौरा टोल टैक्स बूथ पर 9 लड़कियां जिम्मेदारी (woman working on nh-44 sagar toll tax) संभाले हुए हैं. दूसरे टोल टैक्स की तरह यहां भी बहस बाजी और झगड़े की स्थिति बनती है, लेकिन आत्मविश्वास से भरपूर लड़कियां इन परिस्थितियों का डटकर मुकाबला करती हैं. हालांकि प्रबंधन द्वारा इन लड़कियों की मदद और सुविधाओं के लिए भरपूर इंतजाम भी किए हैं.

सागर से गुजरता है एनएच-44
नेशनल हाईवे-44 देश का सबसे बड़ा हाईवे है. यह राष्ट्रीय स्वर्णिम चतुर्भुज योजना का हिस्सा है, जो कश्मीर से कन्याकुमारी को जोड़ने का काम करता है. श्रीनगर से लेकर कन्याकुमारी (kashmir to kanyakumari national highway) तक इसकी लंबाई 3144 किलोमीटर है. देश के लगभग मध्य में स्थित जिले में इस हाईवे का करीब 130 किलोमीटर का हिस्सा गुजरता है. यहां तीन टोल टैक्स बूथ नेशनल हाईवे-44 पर स्थापित हैं. सागर जिले में चितौरा महाराजपुर और मालथौन में टोल टैक्स बूथ बनाए गए हैं.

फास्टैग के बाद भी होते हैं झगड़े
आमतौर पर टोल टैक्स बूथ पर झगड़े की स्थिति रोजाना बनती है. खासकर बुंदेलखंड इलाके में इस तरह के झगड़े तो आम बात है. वहीं दूसरी तरफ से नेशनल हाईवे-44 (quarrel in sagar toll tax) का टोल टैक्स काफी महंगा होने के कारण रोजाना बहस और झगड़े के हालात बनते हैं. सरकार द्वारा टोल टैक्स कलेक्शन के लिए फास्टैग व्यवस्था लागू कर दी गई है. इसके बावजूद भी लोग टोल टैक्स देने से बचते हैं. आमतौर पर रसूखदार और दबंग लोग टोल टैक्स नहीं देना चाहते हैं.

नेशनल हाईवे-44 पर जिम्मेदारी संभाल रही हैं लड़कियां
नेशनल हाईवे-44 के चितौरा टोल टैक्स बूथ पर पिछले 2 सालों से लड़कियां जिम्मेदारी संभाल रही है. यहां नौ लड़कियां काम कर रही हैं. एक साल पहले तक फास्टैग व्यवस्था लागू न होने से टोल टैक्स बूथ पर आए दिन झगड़े और विवाद की स्थिति बनती थी. जब से फास्टैग व्यवस्था लागू हो गई है, तो इन झगड़ों में कमी जरूर आई है. आज भी रसूखदार और दबंग लोग बिना टैक्स दिए टोल बूथ पार करना चाहते हैं.

लड़कियों के लिए किए विशेष इंतजाम
चितौरा टोल टैक्स प्रबंधन ने टोल टैक्स बूथ पर काम करने वाली लड़कियों के लिए विशेष इंतजाम भी किए हैं. इन लड़कियों की ड्यूटी सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक ही लगाई जाती है. लड़कियों को घर से लाने और छोड़ने के लिए भी वाहन का इंतजाम किया गया है. ड्यूटी के दौरान इन लड़कियों के लिए लंच और ब्रेकफास्ट की भी व्यवस्था की गई है. एचआर प्रबंधक राजाराम जाट बताते हैं कि जबसे फास्टैग व्यवस्था लागू हुई है, तो कम झगड़े होते हैं. जब लड़कियों की ड्यूटी लगाई जाती है, तो सपोर्टिंग स्टाफ में लड़कों को भी रखा जाता है. हम पूरी नजर बनाए रहते हैं. जब भी झगड़े की स्थिति बनती है, तो लड़कियों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने देते हैं.

क्या कहती हैं वैशाली ठाकुर
टोल टैक्स बूथ पर काम करने वाली वैशाली ठाकुर बताती हैं कि जब से फास्टैग व्यवस्था लागू हुई है, तब से टोल टैक्स पर होने वाले झगड़ों में कमी आई है. फिर भी लोग टोल टैक्स से बचना चाहते हैं, क्योंकि ये टोल टैक्स काफी महंगा है. कई बार झगड़े की स्थिति बनती है, तो हमारी सपोर्ट के लिए स्टाफ की व्यवस्था है. हालांकि कई लोग जो अच्छे होते हैं, वह हम लड़कियों को देखकर अच्छे तरीके से पेश आते हैं. बदतमीजी नहीं करते हैं.

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अगर कभी स्थिति भी बनती है, तो हम अपने प्रभारी अधिकारी को बताते हैं. वह इन परिस्थितियों को संभालने का काम करते हैं. वैशाली कहती हैं कि इस तरह का काम करने से लड़कियों को डरना नहीं चाहिए. उन्हें आत्मविश्वास होना चाहिए. लड़कियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए सरकार ने भी कई काम किए हैं. कुछ ही लोग होते हैं, जो लड़कियों से भी झगड़े या बहस की स्थिति बनाते हैं. ऐसी परिस्थितियों का डटकर मुकाबला करना चाहिए.

Last Updated : Jan 24, 2022, 7:55 AM IST
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