सागर। सुषमा स्वराज के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए सागर जिले के पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण यादव ने कहा कि सुषमा स्वराज एक ओजस्वी वक्ता थीं. जो संसदीय वाद विवाद में अपने तर्कों से विपक्ष को निढाल कर देतीं थीं. महज 67 साल की आयु में उनका दुनिया छोड़ जाना राजनीति की अपूरणीय क्षति है.
पूर्व सागर सांसद लक्ष्मीनारायण ने बताया कि सुषमा स्वराज के निधन के पूर्व जब वो लोकसभा सांसद थे तब स्व. सुषमा स्वराज ने उन्हें संसद का टिकट दिलाने में काफी मदद की थी. उन्होंने बताया कि वे उन्हें सन 1977 से जानते थे. वे एक ओजस्वी वक्ता और हिंदी भाषा की प्रबल पक्षधर थीं. उन्होंने पुरानी बातों को याद करते हुए बताया, कि जब दसवां विश्व हिन्दी सम्मेलन मॉरिसस में हुआ था, तो उसमें उन्होंने मेरा नाम भी रखा था.