सागर। प्रदेश भर में बारिश के थमने से भले ही आम जनता ने राहत की सांस ली हो, लेकिन किसानों के हालात बारिश थमने के बाद भी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. अतिवृष्टि से किसानों की फसलें लगभग चौंपट हो चुकी हैं.
जहां एक ओर किसानों पर पुराने कर्ज चुकाने का दबाव है. वहीं दूसरी तरफ वर्तमान में उन्हें न तो फसल बीमा की राशि ही मिली और न ही सरकारी मुआवजा, जिससे किसानों की उम्मीद लगातार टूटती जा रही है. सोयाबीन, उड़द, मूंग जैसी फसले बारिश में गल चुकी हैं, हालात ये हैं कि किसान नई फसल बोने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहे हैं.
कर्ज तले दबे किसानों के खुदकुशी की खबरें भी सामने आने लगी हैं, बीना के पास एक किसान ने खराब फसलों को देखकर ट्रेन के सामने आकर खुदकुशी कर ली. कुदरत की मार झेल रहा किसान अब सरकार की ओर टकटकी लगाए राहत की उम्मीद में बैठा है.