सागर। बीना के आगासोद के गांव चक्क में बने ऑक्सीजन प्लांट के माध्यम से ऑक्सीजन की उपलब्धता में मध्यप्रदेश आत्मनिर्भर बनने (Madhya Pradesh is Self-Reliant in oxygen availability) की तैयारी कर रहा है. बीना आगासोद रिफाइनरी में बने ऑक्सीजन रिफिलिंग प्लांट (Bina refinery plant ready to oxygen production) का प्रारंभिक परीक्षण कर औद्योगिक नीति निवेश एवं प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला ने संतोष जताया है.
तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां तेज
पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए तीसरी लहर के आने की संभावना बलवती मानी जाने लगी है. सरकार कोरोना से निपटने के लिए पहली और दूसरी लहर के अनुभव के आधार पर तैयारियां तेज कर दी है. इन्हीं तैयारियों के मद्देनजर उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला ने गुरुवार को बीना आगासोद रिफाइनरी के पास बने रिफिलिंग प्लांट का विस्तार से परीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. संजय शुक्ला ने ऑक्सीजन प्लांट की पूजा-अर्चना की और नारियल फोड़कर पुष्प अर्पित किये तथा बटन दबाकर प्लांट का परीक्षण किया.
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ऑक्सीजन की आपूर्ति में एमपी आत्मनिर्भर
प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया कि इस प्लांट के बन जाने से संपूर्ण मध्यप्रदेश ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो जाएगा. इस प्लांट के माध्यम से प्रतिदिन 3000 जंबो सिलेंडर ऑक्सीजन की रिफिलिंग की जा सकेगी. कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए ऑक्सीजन रिफिलिंग प्लांट मील का पत्थर साबित होने जा रहे हैं.
सागर संभाग में अब ऑक्सीजन पर्याप्त
कलेक्टर दीपक आर्य ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट बन जाने से सागर जिले के अलावा पूरे सागर संभाग में ऑक्सीजन की कमी की समस्या खत्म हो जाएगी. अब सागर संभाग ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होगा. ऑक्सीजन प्लांट के माध्यम से सागर के साथ-साथ कुरवाई, विदिशा, रायसेन, अशोक नगर के लिए भी ऑक्सीजन उपलब्ध हो सकेगी.