सागर। सिविल अस्पताल बीना के कोविड वॉर्ड में मरीज की मृत्यु के बाद अस्पताल में जमकर हंगामा शुरू हो गया. मरीज की मौत से गुस्साए परिजन ने अस्पताल स्टाफ के साथ अभद्रता की. इतना ही नहीं परिजन ने नर्सिंग रूम में जमकर तोड़फोड़ भी कर दी. हादसे के बाद से अस्पताल प्रबंधन सदमे में है. स्टाफ के सभी लोगों ने अपनी सुरक्षा को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और सुरक्षा की मांग की.
इंजेक्शन पर मचा बवाल
दरअसल, सिविल अस्पताल के कोविड वॉर्ड में एक साथ तीन मरीजों की मौत हो गई थी. मरीजों को कोविड प्रोटोकाॅल के अनुसार ही ड्यूटी पर मौजूद डाॅ.प्रतिभा गोयल ने इंजेक्शन और बाकी इलाज दिया. लेकिन मरीज की मौत होने के बाद सभी परिजन गुस्सा हो गए. डॉक्टर पर परिजन ने गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया, और हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान परिजन ने नर्सिंग स्टाफ से अभद्रता की, और फिर नर्सिंग रूम में तोड़फोड़ शुरू कर दी. अपनी जान बचाते हुए जिसके बाद नर्सिंग स्टाफ अन्य ओपीडी वार्ड में भागा. इधर, जानकारी लगते ही सुरक्षाबल मौके पर पहुंचा और परिजन को समझाया.
लंबे समय से की जा रही सुरक्षा की मांग
बताया जा रहा है कि, इससे पहले भी कई बार डाॅक्टर्स और स्टाफ की तरफ से सुरक्षा की मांग की जा चुकी है. 6 साल में सिविल अस्पताल बीना में एक भी सुरक्षा गार्ड नहीं दिया गया है. लिहाजा स्टाफ और महिला मरीजों को असामाजिक तत्वों से हमेशा ही जान का खतरा बना रहता है. घटना के बाद जब पुलिस चली गई, इसके बाद अस्पताल स्टाफ ने सुरक्षा की मांग को लेकर आवेदन लिखा और एसडीएम कार्यालय बीना में दिया. फिलहाल SDM की गैरमौजूदगी में नायब तहसीलदार ने आवेदन ले लिया है. नायब तहसीलदार ने अस्पताल स्टाफ को जल्द ही सुरक्षा गार्ड दिलवाने की आश्वासन दिया है.
PPE किट की भी मांग की
सिविल अस्पताल बीना में कोविड आपातकाल को देखते हुए स्टाफ ने डाॅक्टर्स और अस्पताल स्टाफ में नई नियुक्तियों की भी मांग की. इसके अलावा उन्होंने पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट, हैंड ग्लव्स, फेस मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध कराने की भी मांग की. सभी ने चेतावनी भी दी कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो वह वापस ड्यूटी पर नहीं जाएंगे.