सागर। लोककलाओं से रची बसी बुंदेलखंड की धरती पर एक बार फिर लोक संस्कृति जीवंत हो उठी है. शहर में 10वें राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव का आयोजन किया गया. जहां मुख्य अतिथि के तौर पर सागर सांसद राजबहादुर सिंह मौजूद रहे, उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव ने देश भर के क्षेत्रीय कलाकारों को मंच देकर एक सेतु का काम किया है. ऐसे आयोजनों की कमी के चलते लोग अपनी कला और कलाकारों से दूर होते जा रहे हैं, सांसद राजबहादुर सिंह ने कहा कि केन्द्रीय संस्कृति व पर्यटन राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने इस सौगात के माध्यम से लोगों को उनकी संस्कृति से जोड़ने का अनूठा प्रयास किया है.
उन्होंने कहा कि संस्कृति के क्षेत्र में सागर की एक वैश्विक पहचान है, लेकिन यहां के कलाकारों को माटी के लाल के माध्यम से पहली बार उनके ही शहर में राष्ट्रीय मंच मिला है. वहीं महानगरों से बाहर आकर सागर जैसे छोटे शहरों में इस तरह के आयोजन से देश की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है.
दीप प्रज्वलित कर महोत्सव का भव्य शुभारंभ
महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ मुख्य अतिथि सांसद राजबहादुर सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति लोककला के साथ हुई, जिसमें क्षेत्रीय संस्कृतिक केन्द्रों के कलाकारों ने मंच पर पूरे भारत की संस्कृति को दर्शाया. वहीं वृंदावन की रासलीला भी महोत्सव का एक खास हिस्सा बनी. महोत्सव में क्षेत्रीय, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की प्रस्तुति देखने को मिली.