रीवा। अनाज की कालाबाजारी करने के लिए माफिया एक बार फिर से सक्रिय हो चुके है. रीवा जिले का त्योंथर क्षेत्र MP और UP के बॉर्डर को आपस में जोड़ता है और इसी का फायदा उठाकर माफिया बड़ी आसानी से हजारों क्विंटल धान ट्रकों में लोडकर बिक्री करने के लिऐ MP प्रवेश कर जाते है. इन माफिया पर सख्ती से कार्रवाई करने के लिए जिला प्रशासन ने टीमें गठित की है. खाद्य विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने चेकिंग अभियान चलाया और UP से MP में बिकने आ रही 8 ट्रक धान को हाइवे में ही दबोच लिया.
खरीदी शुरू होते सक्रिय माफिया : दरअसल, प्रदेश भर में धान की खरीदी की जा रही है और हर बार की तरह इस बार भी माफिया एक बार फिर से सक्रिय हो चुके हैं. बीते दिनो रीवा जिला प्रशासन को माफियाओं के द्वारा UP से बड़ी मात्रा में धान लाकर मध्य प्रदेश के कटनी समेत अन्य कई जिलों के खरीदी केंद्र में बेचे जानें की सूचना प्राप्त हुई थीं. इसके बाद जिला प्रशासन ने इन माफिया को पकड़ने के लिए योजना बनाई और राजस्व, खाद्य विभाग, पुलिस विभाग की एक संयुक्त टीम गठित की. UP से MP में लाकर माफिया धान की कालाबाजारी करते हैं. संयुक्त टीम ने सर्चिंग अभियान चलाया. जिसके बाद टीम को हाइवे से गुजर रहे UP रजिस्ट्रेशन नंबर के कई ट्रक दिखाई दिए.
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51 लाख कीमत की धान जब्त : टीम ने एक-एक कर 8 ट्रकों को रोककर तलाशी ली, जिसमें भारी मात्रा में धान लोड थी. अधिकारियों ने जब वाहन चालकों से धान परिवहन करने के संबंधित दस्तावेज मांगे तो वह किसी भी तरह के कागज दिखाने में असमर्थ रहे. जिसके बाद प्रशानिक टीम ने सभी 8 ट्रकों को खड़ा करवा लिया और ट्रकों में लोड 2331 क्विंटल धान जब्ती की कर्रवाई की. पकड़े गए धान की कीमत 50 लाख 88 हजार से अधिक की बताई जा रही है. वहीं मीडिया से बात करते हुए एसडीएम पीके पांडे ने बताया कि बीते दिनों UP से लाकर एमपी के कई जिलों में स्थित खरीद केंद्रों में धान लाकर बेचे जानें की सूचना प्राप्त हुई थीं.