रीवा। लोकायुक्त पुलिस ने यातायात थाने के प्रभारी सूबेदार और उसके सहयोगी आरक्षक को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि 24 मार्च को सूबेदार दिलीप तिवारी और उसके सहयोगी साथी आरक्षक अमित सिंह ने वाहन चेकिंग के दौरान एक बोलेरो पिकअप वाहन को पकड़ा था. इस वाहन को बिना किसी कार्रवाई के छोड़ने के लिए दोनों गाड़ी मालिक नवल किशोर रजक से सांठगांठ करने में जुटे हुए थे.
वाहन छोड़ने के एवज में मांगे थे 15 हजार रुपयेः प्रभारी सूबेदार और उसके सहयोगी आरक्षक ने शिकायतकर्ता से वाहन छोड़ने के एवज में 15 हजार रुपये की मांग की थी. मगर बाद में ये डील 10,500 रुपये में तय हुई. शिकायतकर्ता नवल किशोर रजक ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस में की. मिली शिकायत के आधार पर बुधवार को लोकायुक्त पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए सूबेदार दिलीप तिवारी व उसके सहयोगी आरक्षक अमित सिंह को यातायात थाने में ही रंगे हाथों दबोच लिया.
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प्रभारी सूबेदार व आरक्षक धरे गये: इस मामले में लोकायुक्त एसपी गोपाल धाकड़ ने बताया कि "शिकायतकर्ता नवल किशोर रजक की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए सूबेदार दिलीप तिवारी व उसके सहयोगी आरक्षक अमित सिंह को पकड़ लिया है." आगे उन्होंने कहा कि इन दोनों ने फरियादी के वाहन छोड़ने के एवज में 15 हजार की रिश्वत मांगी थी. इसके बाद कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को 10,500 रुपये के साथ रंगे हाथों पकड़ा लिया गया है.