रीवा। केंद्रीय एनिमल वेलफेयर के सदस्य राम कृष्ण रघुवंशी ने जांच करने के बाद कहा है कि समस्त गौशालाओं पर रिकवरी कराई जाएगी. इसके अलावा एफआईआर कराने की तैयारी भी की जाएगी. रीवा जिले में फर्जी तरीके से संचालित गौशालाओ की शिकायत लंबे समय से केंद्रीय एनिमल समिति को मिल रही थी. इसकी जांच के लिए दिल्ली से केंद्रीय एनिमल वेलफेयर समिति के सदस्य रामकृष्ण रघुवंशी को रीवा भेजा गया. यहां पर उन्होंने जिले भर में भ्रमण किया. इस दौरान त्योंथर तहसील क्षेत्र मे संचालित 8 गौशालाएं ब्लैक लिस्टेड निकली.
फर्जी तरीके से ले रहे फंड : एनिमल वेलफेयर समिति के सदस्य रामकृष्ण रघुवंशी ने जब शिकायत के आधार पर गौशालाओं का भ्रमण किया तो देखा कि कई जगह डिस्पेंसरी के नाम पर गलत तरीके से सरकार से फंड वसूला जा रहा है. इसकी उन्होंने जांच की और तत्काल ऐसे गौशालाओं को चिह्नित कर उन्हें ब्लैकलिस्टेड कर दिया तथा गौशालाओं को संचालित करने वाली प्राइवेट एनजीओ कंपनी को रिकवरी का नोटिस भेज दिया. जानकारी के मुताबिक रिकवरी वापस नहीं मिलने पर एफआई आर दर्ज कराई जाएगी.
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प्रशासन ने नहीं किया सहयोग : बताया गया है कि गौशालाओ में डिस्पेंसरी संचालकों द्वारा दो से ढाई लाख रुपए का फंड वसूला जा रहा था. जांच के दौरान 5 ऐसी गौशलाए मिलीं, जहां पर मात्र बोर्ड ही लगा हुआ था. केंद्रीय एनिमल वेलफेयर समिति के सदस्य रामकृष्ण रघुवंशी ने बताया कि जब वह जांच के लिए रीवा पहुंचे तो प्रोटोकॉल के तहत उनकी जानकारी प्रशासन को दी गई परंतु जांच में उन्हें प्रशासनिक सहयोग नहीं मिला. प्रशासन का कोई भी आदमी उनसे मिलने भी नहीं पहुंचा. रामकृष्ण रघुवंशी का मानना है कि प्रशासन को पहले ही अपनी गलती का आभास हो गया, जिसकी वजह से वह जांच में सहयोग के लिए नहीं पहुंचे. 8 Gaushalao blacklisted, Fake Gaushalao Rewa,
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