रीवा। जिले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत संयुक्त संचालक उद्यानिकी मुकेश मिश्रा को पांच साल की सजा हुई है. मुकेश मिश्रा को 50 हजार रिश्वत लेते रंगें हाथों गिरफ्तार किया गया है. जिला सत्र न्यायालय के विशेष न्यायाधीश ने सजा सुनाई है.
संयुक्त संचालक उद्यानिकी मुकेश मिश्रा को 5 साल की सजा उद्यानिकी विभाग में शिकायतकर्ता संतोष तिवारी रीवा संभाग में माइक्रो एरिगेशन योजना के तहत स्प्रिंकिलर पाइप और ड्रिप पाइप की सप्लाई करता था, जिसमें सीधी और अनूपपुर जिले के किसानो को पाइप दी गई थी, जिनका भुगतान लंबित था. जिसके भुगतान के लिए शिकायतकर्ता ने संयुक्त संचालक मुकेश मिश्रा से कई बार मिला और निवेदन किया. जिसमें संचालक ने 3 लाख 50 हजार रिश्वत की मांग की थी. जिसकी शिकायत संतोष तिवारी ने लोकायुक्त पुलिस से की. जिसके बाद संयुक्त संचालक को 50 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है.
वहीं अपर जिला एवं सत्र न्यायाशीश ने आरोपी मुकेश मिश्रा संयुक्त संचालक रीवा और शहडोल संभाग को भ्रष्टाचार का दोषी पाते हुए, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत 4 साल की सजा और 10 हजार रुपए जुर्माना और धारा 13(2)के तहत 5 साल की सजा और 15 हजार रुपए का जुर्माना लगाकर जेल भेज गया है.