रीवा। जिले के जवा थाना क्षेत्र अन्तर्गत जनपद पंचायत बीरपुर में खाद्यान्न विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां साल भर से मृतकों के नाम पर सेल्समैन खुद अनाज डकरा रहा था, जिसके बाद अब प्रशासन ने सेल्समैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, वहीं पंचायत सचिव को जवाब तलब किया है.
जिला खाद्य नियंत्रक राजेन्द्र सिंह ठाकुर ने सेल्समैन सुशील सिंह के खिलाफ एफआईआर कराने का आदेश जारी किया है, जबकि ग्राम पंचातय सचिव की भूमिका संदिग्ध होने पर कार्रवाई के लिए जिला पंचायत सीइओ को पत्र लिखा है. सेल्समैन अगस्त 2019 से लेकर जून 2020 तक मृतकों के साथ 21 परिवारों का लगभग 55 क्विंटल गेहूं व चावल स्वयं खा गया. 99 किलो शक्कर और 2.20 क्विंटल नमक भी डकार गया. जांच के दौरान भौतिक सत्यापन में 5.58 क्विंटल गेहूं, 60 किलो चावल, 68 किलो दाल, 35 किलो शक्कर स्टाक में मिला है.
ग्रामीणों की शिकायत से हुआ खुलासा
तराई क्षेत्र सेवा सहकारी समिति रिमारी के उचित मूल्य की दुकान से बीरपुर के रहवासियों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिलने वाला खाद्यान्न और शक्कर, दाल सहित नमक नहीं मिल पा रहा है. वर्षों से बीरपुर के ग्रामीणों के शोषण की ये कहानी उस समय सामने आई, जब गांव के कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर सेल्समैन की अनियमितता को लेकर शिकायत की और बताया कि सेल्समैन के ग्रामीणों को अनाज वितरण नहीं कर रहा.
प्रशासन की टीम ने की जांच
जब जिला प्रशासन ने गांव में जांच टीम भेजी तो जांच में खुलासा हुआ कि ग्रामीणों को अनाज नहीं मिल पा रहा था और सेल्समैन यहां अनाज वितरण में गड़बड़ी कर रहा है.बताया जा रहा है कि सेल्समैन बीते 10 महीने से गांव के ही दो मृतकों के नाम पर खाद्यान्न बांट रहा है. इतना ही नहीं गांव के 21 अन्य परिवारों के नाम से खुद ही खाद्यान्न ले रहा है.