रतलाम। कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बीच अब शहर में हो रही मौतों के आंकड़े चौंकाने वाले साबित हो रहे हैं. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के आंकड़े चाहे कुछ भी कह रहे हों, लेकिन मुक्तिधामों में अंतिम संस्कार करने के लिए लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है.
दाह संस्कार की संख्या अचानक बढ़ी
भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम में सुबह 6 कोरोना संदिग्ध मृतकों का दाह संस्कार किया गया, जहां दाह संस्कार के लिए पहुंचे परिजनों को इंतजार करना पड़ा. वहीं जवाहर नगर स्थित मुक्तिधाम और त्रिवेणी मुक्तिधाम पर भी अप्रैल महीने में दाह संस्कार की संख्या अचानक से बढ़ गई है.
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मिली जानकारी के अनुसार, जब यहां के कर्मचारियों से चर्चा की गई, तो उन्होंने बताया कि पहले एक-दो शव दाह संस्कार के लिए लाए जाते थे, लेकिन अब यह संख्या एक अप्रैल के बाद से बढ़ रही है. जवाहर नगर मुक्तिधाम में प्रतिदिन 3 से 4 दाह संस्कार किए जा रहे हैं. वहीं त्रिवेणी मुक्तिधाम में भी 3 से 4 शवों का दाह संस्कार किया जा रहा है. भक्तन की बावड़ी पर दाह संस्कार का आंकड़ा रविवार के दिन सात पर पहुंच गया. इसके अलावा एक अन्य मृतक का भी दाह संस्कार भक्तन की बावड़ी पर किया गया.
बहरहाल, भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम में हुए कोरोना संदिग्ध मृतकों के अंतिम संस्कार के मामले में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन और स्थानीय निगम प्रशासन द्वारा कोई अधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन इस घटना से शहर में चिंता का विषय बना हुआ है.