रतलाम। मध्य प्रदेश में एक पूर्व सरपंच की इन दिनों शामत आई है. दरअसल मामला अवैध उत्खनन से जुड़ा है जिसमें तहसील कोर्ट ने हजार, लाख नहीं बल्की करोड़ों का जुर्माना लगा दिया है. पूरा मामला एमपी के रतलाम जिले के भैसाना गांव का है. गांव के ही एक पूर्व सरपंच जिनका नाम भेरूलाल पाटीदार है को सरकारी भूमि पर पर गैरकानूनी तरीके से माइनिंग को लेकर जिला कलेक्टर से शिकायत की गई थी. कलेक्टर ने जांच की और उनके विरद्द कड़ा एक्शन लिया और 16 जून 2022 को इन पर जुर्माना लगाया. हालांकि पूर्व सरपंच ने अब तक यह अमाउंट जमा नहीं कराया है. लिहाजा उनके खिलाफ दुबारा से जुर्माना भरने के लिए नोटिस जारी हुआ है.
अवैध तरीके से की थी मुरम की माइनिंग: मामला साल 2014 का है जब ग्राम पंचायत में सरपंच की पोस्ट पर रहते हुए भेरूलाल पाटीदार ने यह गोरखधंधा शुरु किया. इसी साल वो सरपंच के पद पर चुने गए. उनके सरपंच पोस्ट पर रहते हुए ही पंचायत के इलाके में आने वाले सरकारी जमीन पर गैर विधिक तरीके से भारी क्वांटिटी में अवैध खनन का खुलासा हुआ और इसकी औपचारिक कंप्लेन भी की गई. मामला जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया और भूमि से गैर कानूनी तरीके से मुरम की माइनिंग की बात सामने आई. इसके आधार पर ही जांच बिठाई गई और फिर एक्शन लिया गया.
आज है जुर्माना देने की लास्ट डेट: इस कंप्लेन के आने के बाद जांच हुई और प्रशासन की रिपोर्ट में मामला अवैध उत्खनन का पाया गया. अपर कलेक्टर ने मामले में पूर्व सरपंच को पेनाल्टी की राशि अदा करने का ऑर्डर दिया है. हालांकि अब तक यह राशि जमा नहीं की गई है. फिर बीते शुक्रवार यानि 17 फरवरी 2023 को फिर से पेनाल्टी अमाउंट जमा करने के लिए नोटिस भेजा गया है जिसकी लास्ट डेट आज रात में खत्म हो रही है. 10.42 करोड़ रुपए से ज्यादा की पेनाल्टी देख पूर्व सरपंच के होश फाख्ता हैं. आज रात तक जुर्माना ना भरने पर जुर्माना ना भरने प्रशासन एक्शन लेगा.
खरगोन में अवैध खनन माफियाओं पर देर रात हुआ बड़ा एक्शन, जाने फिर क्या हुआ.. Video..
पूर्व सरपंच की संपति होगी कुर्क! इस मामले में अब पूर्व सरपंच की शामत आ गई लगता है. क्योंकि भेरूलाल पाटीदार ने करोड़ों की पेनाल्टी नहीं जमा की तो उन पर कुर्की की कार्रवाई हो सकती है. हालांकि जब तहसील और जिला प्रशासन के कर्मचारी नोटिस सर्व करने घर पर गए तो भेरूलाल मौके पर नहीं थे. तहसील कोर्ट ने नोटिस को घर की दीवार पर ही चिपका दिया और वापस आ गए. इस मामले में जो तथ्य सामने आए हैं उसके मुताबिक जावरा तहसीलदार कोर्ट के ऑर्डर में सरपंच को भैसाना ने सरकारी सर्वे नंबर 70 और 625 में मुरम की गैरकानूनी माइनिनंग की. लिहाजा अपर कलेक्टर ने 10.42 करोड़ का फाइन जमा करने के लिए कहा है. आज इसे जमा करने की आखिरी डेट है वो भी कोर्ट में आकर अन्यथा भेरूलाल पाटीदार की संपति सीज होगी.
पूर्व सरपंच का पक्ष: इस मामले में जब भेरुलाल पाटीदार से संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि यह पूरा मामला पूर्वाग्रह और राजनीतिक कारणों से है. उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश हुई है. 10.42 करोड़ की पेनाल्टी वो भी 24 घंटे में जमा कराना बेहद कठिन है और इतना बड़ा अमाउंट वो कहां से लाएंगे.