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बारिश में पानी-पानी हुआ राजगढ़ जिला अस्पताल, छाता लगाकर बेड पर बैठने को मजबूर मरीज - प्राइवेट वार्ड की हालत काफी नाजुक

इस बारिश के चलते राजगढ़ जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड की हालत काफी नाजुक बनी हुई है और वहां पर बारिश का पानी छत से टपक रहा है. स्टाफ रूम में इतना पानी छत से टपक रहा है कि वहां पर रखी हर जीच गीली हो रही है.

पानी-पानी हुआ राजगढ़ जिला अस्पताल
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Published : Sep 14, 2019, 5:00 AM IST

राजगढ़। प्रदेश में लगातार भारी बारिश का दौर चल रहा है. राजगढ़ जिले में भी लगातार बारिश हो रही है. इस बारिश के चलते जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड की हालत काफी नाजुक बनी हुई है और वहां पर बारिश का पानी छत से टपक रहा है. स्टाफ रूम में इतना पानी छत से टपक रहा है कि वहां पर रखी हर जीच गीली हो रही है और वहां पर मौजूद स्टाफ को मजबूरी में खड़े होकर काम करना पड़ता है.

वहीं मरीजों के बेड पर भी पानी गिर रहा है. जिसके वजह से मरीज या तो छाता लगाकर बेड पर बैठने को मजबूर हैं या फिर वह बाहर बरामदे में छत से टपकते हुए पानी के बंद होने का इंतजार करते हैं. मरीजों को डॉक्टर के द्वारा सलाह दी जाती है कि वो पानी से दूर रहे, लेकिन हॉस्पिटल के वार्ड में ही पानी होगा तो मरीज किस प्रकार पानी से अपनी सुरक्षा कर पाएगा.

पानी-पानी हुआ राजगढ़ जिला अस्पताल

इस बारे में वहां पर मौजूद मरीजों ने बताया कि उनके पलंग पर लगातार बारिश का पानी छत से टपक रहा है और प्राइवेट वार्ड में कुछ भी सुविधा उपलब्ध नहीं है. इस बारे में सिविल सर्जन डॉक्टर विनय कुमार झा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पांच साल पहले प्राइवेट वार्ड को पीडब्ल्यूडी द्वारा डिमोलिश करने की राय दी गई थी.

राजगढ़। प्रदेश में लगातार भारी बारिश का दौर चल रहा है. राजगढ़ जिले में भी लगातार बारिश हो रही है. इस बारिश के चलते जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड की हालत काफी नाजुक बनी हुई है और वहां पर बारिश का पानी छत से टपक रहा है. स्टाफ रूम में इतना पानी छत से टपक रहा है कि वहां पर रखी हर जीच गीली हो रही है और वहां पर मौजूद स्टाफ को मजबूरी में खड़े होकर काम करना पड़ता है.

वहीं मरीजों के बेड पर भी पानी गिर रहा है. जिसके वजह से मरीज या तो छाता लगाकर बेड पर बैठने को मजबूर हैं या फिर वह बाहर बरामदे में छत से टपकते हुए पानी के बंद होने का इंतजार करते हैं. मरीजों को डॉक्टर के द्वारा सलाह दी जाती है कि वो पानी से दूर रहे, लेकिन हॉस्पिटल के वार्ड में ही पानी होगा तो मरीज किस प्रकार पानी से अपनी सुरक्षा कर पाएगा.

पानी-पानी हुआ राजगढ़ जिला अस्पताल

इस बारे में वहां पर मौजूद मरीजों ने बताया कि उनके पलंग पर लगातार बारिश का पानी छत से टपक रहा है और प्राइवेट वार्ड में कुछ भी सुविधा उपलब्ध नहीं है. इस बारे में सिविल सर्जन डॉक्टर विनय कुमार झा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पांच साल पहले प्राइवेट वार्ड को पीडब्ल्यूडी द्वारा डिमोलिश करने की राय दी गई थी.

Intro:जिले में लगातार बारिश और जिला अस्पताल की असुविधा बनी मरीजों के लिए आफत जिले का प्राइवेट वार्ड बरसात के पानी में हुआ पानी पानी ,छत से लगातार टपक रहा है पानी, मरीजों को हो रही है काफी दिक्कत, वहीं 1 वार्ड के मरीज भी भर्ती हैं प्राइवेट वार्ड में जिनके छत से टपक रहा है पानी ,स्टाफ रूम में खड़े होकर करते हैं कर्मचारी काम


Body:जहां मध्य प्रदेश में लगातार बारिश का दौर चल रहा है और राजगढ़ जिले में भी लगातार भारी बारिश हो रही है वहीं इस भारी बारिश में जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड की की हालत काफी नाजुक बनी हुई है और वहां पर बारिश का पानी लगाता छत से टपक रहा है और वहां पर हर जगह स्टाफ रूम से लेकर मरीज वार्ड तक में पानी छत से टपकर फर्श पर फैल रहा है वहीं स्टाफ रूम में इतना पानी छत से टपक रहा है कि वहां पर रखी हर वस्तु लगातार गीली हो रही है और वहां पर मौजूद स्टाफ को मजबूरी में खड़े होकर काम करना पड़ता है, वहीं प्राइवेट वार्ड में बर्न वर्ड भी संचालित हो रहा है और वहां पर भी बारिश के वजह से लगातार फर्श पर पानी ही पानी हो रहा है वही मरीजों के बेड पर भी पानी गिर रहा है जिसके वजह से मरीज या तो छाता लगाकर बेड पर बैठने को मजबूर है या फिर वह बाहर बरामदे में छत से टपकते हुए पानी के बंद होने का इंतजार करते हैं, वही बन मरीजों को डॉक्टर के द्वारा सलाह दी जाती है कि वह पानी से दूर रहे परंतु अगर हॉस्पिटल के वार्ड में ही पानी होगा तो मरीज किस प्रकार पानी से अपनी सुरक्षा कर पाएगा यह एक काफी संवेदनशील बात है।


Conclusion:वही इस बारे में वहां पर मौजूद बर्न के मरीजों ने बताया कि हमारे पलंग पर लगातार बारिश का पानी छत से टपक रहा है और वही प्राइवेट वार्ड में कुछ भी सुविधा उपलब्ध नहीं है हमें पीने का पानी और अन्य जरूरत का पानी भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है और हमारे वार्ड में लगातार बारिश का पानी आने से फर्स्ट और बिस्तर लगातार पानी से भीग रहे हैं जिसके वजह से हम को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वहीं आग से झुलसे या बर्न मरीज बताते हैं कि डॉक्टर के अनुसार हमको पानी से बच कर रहना है परंतु हमारे वार्ड में फर्श से लेकर सभी तरफ पानी आ रहा है तो हम किस प्रकार हमारी रक्षा पानी से करें।

वहीं जब इस बारे में सिविल सर्जन डॉक्टर विनय कुमार झा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 5 वर्ष पूर्व प्राइवेट वार्ड को पीडब्ल्यूडी द्वारा डिमोलिश करने की राय दी गई थी परंतु हमारे पास कोई अन्य सुविधा नहीं होने के कारण बर्न से पीड़ित मरीजों को वहां प्राइवेट वार्ड में रखा जा रहा है, वही वहां पर हमने किसी भी प्राइवेट मरीज को वहां पर रखना बंद कर दिया है वही हमारे पास किसी और तरह की सुविधा हो जाए या फिर कोई नया निर्माण किया जाएगा जिसमें बर्न मरीजों को शिफ्ट कर दिया जाएगा। वहीं पानी पर बसने पर उन्होंने कहा कि मरीजों को जिस कमरे में पानी नहीं टपकता है उसमें शिफ्ट कर दिया जाएगा।

विसुअल

टपकता पानी

फर्श पर पानी
स्टाफ रूम में पानी

बाइट

लीलाबाई मरीज
मनोहर लाल मरीज के परिजन
मांगीलाल मरीज के परिजन
इंद्र बाई मरीज के परिजन
विनय कुमार झा सिविल सर्जन राजगढ़ जिला अस्पताल

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