राजगढ़। जिला मुख्यालय पर कॉलेज ग्राउंड स्टेडियम और कुछ अन्य स्थानों पर चल रही है प्रतियोगिता, खुद खेल विभाग उड़ा रहा है प्रधानमंत्री और स्वच्छता अभियान की धज्जियां, सिंगल यूज़ प्लास्टिक बंद होने के बाद भी खेल विभाग में उपयोग हो रही.
खेल प्रतियोगिता बनी मजाक, खराब ग्राउंड होने के कारण नहीं हुई प्रतियोगिता - Guru Nanak Dev Provincial Olympic Competition
राजगढ़ जिला मुख्यालय पर कॉलेज ग्राउंड स्टेडियम और कुछ अन्य स्थानों पर चल रही है प्रतियोगिता, खुद खेल विभाग उड़ा रहा है प्रधानमंत्री और स्वच्छता अभियान की धज्जियां, सिंगल यूज़ प्लास्टिक बंद होने के बाद भी खेल विभाग में उपयोग हो रही.
खेल प्रतियोगिता बनी मजाक
राजगढ़। जिला मुख्यालय पर कॉलेज ग्राउंड स्टेडियम और कुछ अन्य स्थानों पर चल रही है प्रतियोगिता, खुद खेल विभाग उड़ा रहा है प्रधानमंत्री और स्वच्छता अभियान की धज्जियां, सिंगल यूज़ प्लास्टिक बंद होने के बाद भी खेल विभाग में उपयोग हो रही.
Intro:जिला मुख्यालय पर स्टेडियम कॉलेज ग्राउंड और कुछ अन्य स्थानों पर चल रही है प्रतियोगिता, खुद खेल विभाग उड़ा रहा है प्रधानमंत्री और स्वच्छता अभियान की माखोल, सिंगल यूज़ प्लास्टिक बंद होने के बाद भी खेल विभाग में उपयोग हो रही थी सिंगल यूज़ प्लास्टिक की पन्नी खाने के पैकेट के बंद थे सिंगल यूज प्लास्टिक में
Body:जहां आज पूरे प्रदेश में जिला स्तरीय गुरु नानक देव प्रांतीय ओलंपिक प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है इसी क्रम में मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में भी इसी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिनमें कुश्ती से लेकर खो खो कबड्डी हॉकी फुटबॉल और अनेक प्रतियोगिताएं शामिल है परंतु यह प्रतियोगिता एक मजाक बनकर रह गई जहां जिले भर में खेल के प्रतिभागी विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए जिला मुख्यालय पर पहुंचे थे परंतु उनको यहां पर आकर एक निराशा हाथ लगी जब उन्होंने ग्राउंड की स्थिति देखी ,जहां प्रतिभागी बड़ी उम्मीद लेकर आज अपने कौशल दिखाने के लिए जिला मुख्यालय पर प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पहुंचे थे और उन्होंने वहां पर आकर जब खेल के ग्राउंड की स्थिति देखी होगी ,तब उनको एक निराशा हाथ लगी होगी और उन्होंने बड़े ही निराशा के साथ प्रतियोगिता में भाग लिया होगा।
जहां भारत सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती है चाहे वह खेलो इंडिया हो या स्कूलों के ओलंपिक गेम्स हो यार फिर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा विभिन्न प्रतिभागियों को उच्च स्तर पर ले जाने के लिए उनकी योजनाएं ,परंतु आज जिला मुख्यालय पर होने वाली प्रतियोगिता में जिस ग्राउंड का उपयोग किया जा रहा था । उसका स्तर काफी निम्न था और उस ग्राउंड में गिट्टी के साथ ग्राउंड पर काफी बड़े-बड़े पत्थर दिखाई दे रहे थे, जिन से काफी खिलाड़ी लगातार जखमी हो रहे थे और काफी खिलाड़ियों को चोट लग रही थी। वहीं खो खो ग्राउंड का पोल भी ठीक से नहीं गाड़ा गया था, जो लगातार प्रतियोगिता के बीच में ही उखड़ रहा था, वही वहां पर उपयोग होने वाले ग्राउंड का स्तर इतना कम था कि एक आम प्रतियोगिता में भी उससे अच्छा ग्राउंड उपयोग होता होगा और वही इस ग्राउंड में काफी गिट्टी से लेकर पत्थर मौजूद थे और इन सब ग्राउंड के बीच में लगातार खिलाड़ियों को प्रतिभागी के रूप में संघर्ष करना पड़ रहा था।
Conclusion:खाने में मिली सिर्फ कुछ पूरी और एक सब्जी, वही खाने के पैकेट पैक होकर आए सिंगल यूज़ प्लास्टिक में
जहां मध्य प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिभागियों को काफी कुछ मुहैया करवाती है और उनके ऊपर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं, वहीं जिला स्तर की प्रतियोगिताओं में बच्चों को सिर्फ खाने के नाम पर पूरी और सब्जी ही दी गई ,वहीं जहां प्रधानमंत्री लगातार प्लास्टिक को बंद करने के लिए प्रयास कर रहे हैं ,परंतु राजगढ़ का खेल विभाग इस का मखौल उड़ाता हुआ दिखाई दिया और इस खेल के दौरान खाने के जो पैकेट बांटे गए थे ,उनमें सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग किया गया जहां भारत सरकार द्वारा सिंगल न्यूज़ प्लास्टिक को बंद कर दिया गया है और उस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है, वहीं किसी भी सरकारी डिपार्टमेंट में इसका उपयोग पूर्णता प्रतिबंधित किया गया है, परंतु इसका माखोल आज खेल विभाग द्वारा उड़ाया जाए था जब खाने के पैकेट सिंगल यूज़ प्लास्टिक में बंद होकर आए थे।
विसुअल
खराब ग्राउंड के
प्लास्टिक का उपयोग
घायल खिलाड़ी
बाइट
घायल खिलाड़ी की
शर्मिला डाबर जिला खेल अधिकारी
Body:जहां आज पूरे प्रदेश में जिला स्तरीय गुरु नानक देव प्रांतीय ओलंपिक प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है इसी क्रम में मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में भी इसी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिनमें कुश्ती से लेकर खो खो कबड्डी हॉकी फुटबॉल और अनेक प्रतियोगिताएं शामिल है परंतु यह प्रतियोगिता एक मजाक बनकर रह गई जहां जिले भर में खेल के प्रतिभागी विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए जिला मुख्यालय पर पहुंचे थे परंतु उनको यहां पर आकर एक निराशा हाथ लगी जब उन्होंने ग्राउंड की स्थिति देखी ,जहां प्रतिभागी बड़ी उम्मीद लेकर आज अपने कौशल दिखाने के लिए जिला मुख्यालय पर प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पहुंचे थे और उन्होंने वहां पर आकर जब खेल के ग्राउंड की स्थिति देखी होगी ,तब उनको एक निराशा हाथ लगी होगी और उन्होंने बड़े ही निराशा के साथ प्रतियोगिता में भाग लिया होगा।
जहां भारत सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती है चाहे वह खेलो इंडिया हो या स्कूलों के ओलंपिक गेम्स हो यार फिर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा विभिन्न प्रतिभागियों को उच्च स्तर पर ले जाने के लिए उनकी योजनाएं ,परंतु आज जिला मुख्यालय पर होने वाली प्रतियोगिता में जिस ग्राउंड का उपयोग किया जा रहा था । उसका स्तर काफी निम्न था और उस ग्राउंड में गिट्टी के साथ ग्राउंड पर काफी बड़े-बड़े पत्थर दिखाई दे रहे थे, जिन से काफी खिलाड़ी लगातार जखमी हो रहे थे और काफी खिलाड़ियों को चोट लग रही थी। वहीं खो खो ग्राउंड का पोल भी ठीक से नहीं गाड़ा गया था, जो लगातार प्रतियोगिता के बीच में ही उखड़ रहा था, वही वहां पर उपयोग होने वाले ग्राउंड का स्तर इतना कम था कि एक आम प्रतियोगिता में भी उससे अच्छा ग्राउंड उपयोग होता होगा और वही इस ग्राउंड में काफी गिट्टी से लेकर पत्थर मौजूद थे और इन सब ग्राउंड के बीच में लगातार खिलाड़ियों को प्रतिभागी के रूप में संघर्ष करना पड़ रहा था।
Conclusion:खाने में मिली सिर्फ कुछ पूरी और एक सब्जी, वही खाने के पैकेट पैक होकर आए सिंगल यूज़ प्लास्टिक में
जहां मध्य प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिभागियों को काफी कुछ मुहैया करवाती है और उनके ऊपर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं, वहीं जिला स्तर की प्रतियोगिताओं में बच्चों को सिर्फ खाने के नाम पर पूरी और सब्जी ही दी गई ,वहीं जहां प्रधानमंत्री लगातार प्लास्टिक को बंद करने के लिए प्रयास कर रहे हैं ,परंतु राजगढ़ का खेल विभाग इस का मखौल उड़ाता हुआ दिखाई दिया और इस खेल के दौरान खाने के जो पैकेट बांटे गए थे ,उनमें सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग किया गया जहां भारत सरकार द्वारा सिंगल न्यूज़ प्लास्टिक को बंद कर दिया गया है और उस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है, वहीं किसी भी सरकारी डिपार्टमेंट में इसका उपयोग पूर्णता प्रतिबंधित किया गया है, परंतु इसका माखोल आज खेल विभाग द्वारा उड़ाया जाए था जब खाने के पैकेट सिंगल यूज़ प्लास्टिक में बंद होकर आए थे।
विसुअल
खराब ग्राउंड के
प्लास्टिक का उपयोग
घायल खिलाड़ी
बाइट
घायल खिलाड़ी की
शर्मिला डाबर जिला खेल अधिकारी