राजगढ़। इस बार शिक्षा के क्षेत्र में जहां जिले को तीन बड़ी सौगातें मिली है, वहीं जिला कलेक्टर द्वारा चलाई जा रही 'बादल पर पांव योजना' पढ़ाई छोड़ चुकी युवतियों और महिलाओं की जिंदगी बदल रही है.
जहां जिले की अनेक युवती और महिलाएं किसी ना किसी कारणवश अपने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी और वे स्कूल में या तो दसवीं से अपनी पढ़ाई छोड़ चुकी थी. इन सभी महिलाओं को अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा एक नई योजना शुरू की गई. जिसमें उन सभी युवती और महिलाओं को अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए फिर से मौका दिया जा रहा है. इन महिलाओं और युवतियों को 'बादल पर पांव' योजना के अंतर्गत पढ़ाई करवाई जा रही है ताकि वो पढ़ लिख कर सक्षम बन सके.
स्कूलों की दशा सुधारने की योजना
जिले की एक और योजना 'गुरु देवो महेश्वरा योजना' के अंतर्गत जिले की विभिन्न स्कूलों की दशा सुधारने में लगी हुई है. जिसमें जिले के अनेक सरकारी स्कूलों में एक स्मार्ट क्लास का निर्माण किया जा रहा है और उसी स्मार्ट क्लास में बच्चों को नई तकनीक से पढ़ाया जाएगा. जिससे वह अच्छी से अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सके.
मिली नई 3 कॉलेज की सौगात
जहां शिक्षा के क्षेत्र में जिले के हाल ज्यादा कुछ अच्छे नहीं थे, लेकिन तीन नए महाविद्यालयों की सौगात मिली है. जिसमें मेडिकल कॉलेज भी. जिससे ना सिर्फ शिक्षा का स्तर जिले में बढ़ाएगा, बल्कि चिकित्सा की व्यवस्था में भी काफी सुधार आएगा. वहीं आदर्श महाविद्यालय की सौगात भी मिली है. वहीं जिले को इन दो कॉलेज के अलावा एक व्यवसायिक कॉलेज की सौगात भी मिली है. जिसमें व्यवसाय से जुड़े संबंधित विषयों का अध्ययन करवाया जाएगा.