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अच्छे गेहूं में मिलाया जा रहा था खराब गेहूं, ईटीवी भारत के पहुंचते ही भागे कर्मचारी - Rajgarh news

अधिकारी लोगों के स्वास्थ्य के प्रति कितने गंभीर हैं इसका खुलासा ईटीवी भारत की टीम ने किया दरअसल राजगढ़ के सुंदरपुरा में गेहूं कैंप पर बारिश में खराब हो चुके गेहूं को अच्छे गेहूं में मिलाने का काम किया जा रहा है. जब इटीवी भारत की टीम ने मौके पर पहुंचकर जानकारी लेनी चाही तो यहां काम करने वाले कर्मचारी मौके से भाग खड़े हुए.

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Published : Sep 6, 2020, 3:43 PM IST

Updated : Sep 27, 2020, 5:17 PM IST

राजगढ़। कोरोना काल में सरकार ने गरीबों को मुफ्त में राशन देने का ऐलान किया है, लेकिन क्या यह राशन इंसानों के खाने के लायक नहीं है. हाल ही में बालाघाट और मंडला में जानवरों के खाने योग चावल को लोगों में बांटने के बाद मध्यप्रदेश की सियायत गरमाई हुई है. वहीं अब राजगढ़ के सुंदरपुरा गेहूं कैंप में भी एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां रखे गेहूं में खराब गेहूं मिलाते हुए ईटीवी भारत के कैमरे में कैद किया गया.

गेहूं कैंप में चल रही थी मिलावट

राजगढ़ से 3 किलोमीटर दूर सुंदरपुरा में गेहूं कैंप का निर्माण किया गया है. जहां किसानों से खरीदा गया 17 हजार क्विंटल सरकारी गेहूं रखा है. यहां बड़ी मात्रा में गेहूं का भंडारण किया गया है, लेकिन जिन लोगों पर इस गेहूं को सुरक्षित करने की जिम्मेदारी है. वहीं अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं. सुंदरपुरा गेहूं कैप में रखा गेहूं बरसात के मौसम में भीगकर खराब हो चुका है. ऐसे में अपनी गलती छुपाने के लिए खराब हो चुके गेहूं को अच्छे गेहूं में मिलाने का काम किया जा रहा है.

Bad wheat
खराब गेहूं

जब मामले की जानकारी पर ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची, तब देखा गया की 8 से 10 कर्मचारियों द्वारा अच्छे गेहूं के ढेर में खराब गेहूं की बोरियों को लाकर मिलाया जा रहा है. खराब हो चुके गेहूं में कीड़े लगे हुए हैं इसके बावजूद गेहूं को मसल मसलकर अच्छे गेहूं में मिलाया जा रहा है. जब ईटीवी भारत इस बारे में वहां मौजूद कर्मचारियों से पूछने की कोशिश की तो मीडिया को देख मिलावट का कार्य रोक छोड़ सभी वहां से भाग खड़े हुए. वहीं वहां मौजूद एक चपरासी ने बताया कि खराब गेहूं को सुखा रहे हैं. जब उसे पूछा गया कि किसके कहने पर गेहूं को सुखा जा रहा है, तो उसने कहा कि हमारा काम है गेहूं को बचाना इसलिए कर रहे है.

Sundarpura Wheat Cap
सुंदरपुरा गेहूं कैप

जानकारी के बावजूद नहीं पहुंची प्रशासन की टीम

वहीं इस मामले की शिकायत अधिकारियों से की गई, लेकिन इसके बावजूद ना तो प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और ना ही संबंधित विभाग का कोई अधिकारी ने मिलावट रोकने के प्रयास किया. वहीं जब वेयर हाउस प्रबंधक रवि सिंह से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने ने भी गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि वहां पर अस्थाई कैंप का निर्माण किया गया है. जहां पर अभी डेली बेसिस वाले लोग कार्य कर रहे हैं. अस्थाई कैंप होने के कारण नीचे की 1 लेयर में नमी के कारण कुछ गेहूं खराब हो जाती है, जिसका भुगतान नहीं किया जाता है. उसको अलग रख दिया जाता है. वहीं मिलावट को लेकर उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी.

राजगढ़। कोरोना काल में सरकार ने गरीबों को मुफ्त में राशन देने का ऐलान किया है, लेकिन क्या यह राशन इंसानों के खाने के लायक नहीं है. हाल ही में बालाघाट और मंडला में जानवरों के खाने योग चावल को लोगों में बांटने के बाद मध्यप्रदेश की सियायत गरमाई हुई है. वहीं अब राजगढ़ के सुंदरपुरा गेहूं कैंप में भी एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां रखे गेहूं में खराब गेहूं मिलाते हुए ईटीवी भारत के कैमरे में कैद किया गया.

गेहूं कैंप में चल रही थी मिलावट

राजगढ़ से 3 किलोमीटर दूर सुंदरपुरा में गेहूं कैंप का निर्माण किया गया है. जहां किसानों से खरीदा गया 17 हजार क्विंटल सरकारी गेहूं रखा है. यहां बड़ी मात्रा में गेहूं का भंडारण किया गया है, लेकिन जिन लोगों पर इस गेहूं को सुरक्षित करने की जिम्मेदारी है. वहीं अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं. सुंदरपुरा गेहूं कैप में रखा गेहूं बरसात के मौसम में भीगकर खराब हो चुका है. ऐसे में अपनी गलती छुपाने के लिए खराब हो चुके गेहूं को अच्छे गेहूं में मिलाने का काम किया जा रहा है.

Bad wheat
खराब गेहूं

जब मामले की जानकारी पर ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची, तब देखा गया की 8 से 10 कर्मचारियों द्वारा अच्छे गेहूं के ढेर में खराब गेहूं की बोरियों को लाकर मिलाया जा रहा है. खराब हो चुके गेहूं में कीड़े लगे हुए हैं इसके बावजूद गेहूं को मसल मसलकर अच्छे गेहूं में मिलाया जा रहा है. जब ईटीवी भारत इस बारे में वहां मौजूद कर्मचारियों से पूछने की कोशिश की तो मीडिया को देख मिलावट का कार्य रोक छोड़ सभी वहां से भाग खड़े हुए. वहीं वहां मौजूद एक चपरासी ने बताया कि खराब गेहूं को सुखा रहे हैं. जब उसे पूछा गया कि किसके कहने पर गेहूं को सुखा जा रहा है, तो उसने कहा कि हमारा काम है गेहूं को बचाना इसलिए कर रहे है.

Sundarpura Wheat Cap
सुंदरपुरा गेहूं कैप

जानकारी के बावजूद नहीं पहुंची प्रशासन की टीम

वहीं इस मामले की शिकायत अधिकारियों से की गई, लेकिन इसके बावजूद ना तो प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और ना ही संबंधित विभाग का कोई अधिकारी ने मिलावट रोकने के प्रयास किया. वहीं जब वेयर हाउस प्रबंधक रवि सिंह से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने ने भी गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि वहां पर अस्थाई कैंप का निर्माण किया गया है. जहां पर अभी डेली बेसिस वाले लोग कार्य कर रहे हैं. अस्थाई कैंप होने के कारण नीचे की 1 लेयर में नमी के कारण कुछ गेहूं खराब हो जाती है, जिसका भुगतान नहीं किया जाता है. उसको अलग रख दिया जाता है. वहीं मिलावट को लेकर उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी.

Last Updated : Sep 27, 2020, 5:17 PM IST
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