राजगढ़। जीरापुर तहसील के माचलपुर गांव में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक मरीज अपना इलाज कराने पहुंचा. डॉक्टर ने उसकी जांच की और मरीज के कोरोना संदिग्ध होने की आशंका जाहिर की. शक तब और गहरा गया, जब पता चला की मरीज ने राजस्थान की यात्रा की थी. डॉक्टर को इन बातों की जानकारी होने के बावजूद मरीज को घर जाने को बोल दिया. जिसके बाद वो गांव में खुला घूमता रहा. स्थानीय लोगों को इस बात की खबर लगी तो उन्होंने स्थानीय प्रशासन को मामले की सूचना दी. जिसके बाद अगले दिन मरीज को राजगढ़ भेजा गया.
मामले में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर भरत शाक्य ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने मामले की सूचना नायब तहसीलदार और बीएमओ की दे दी है. जबकि सीएमएचओ से उनका संपर्क नहीं हो पाया है. डॉक्टर के मुताबिक उन्होंने 108 पर कॉल किया था, लेकिन वहां से जवाब में मिला कि कोरोना संदिग्ध के लिए ये सेवा उपलब्ध नहीं है.
वहीं तहसीलदार सौरभ शर्मा ने संदिग्ध के घर और आस-पास के क्षेत्र को पूरी तरह सैनेटाइज करावाया है. वहीं मरीज का सैंपल लेकर लैब भेजा गया है. साथ ही सीएमएचओ केके श्रीवास्तव ने जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने की बात कही है.