राजगढ़। 'सब पढ़ें, सब बढ़ें' का नारा देने वाली सरकार स्कूलों में मूलभूत सुविधा भी मुहैया नहीं करा पाई है. यहां पीने का पानी तक मुहैया कराने में सरकार नाकाम साबित हो रही है. मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के गांव टांडीकला में स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय में बच्चों के लिए पानी की व्यवस्था नहीं है. यहां तक कि पीने के लिए बच्चे एक बोतल पानी अपने साथ घर से लेकर आ रहे हैं. बोतल का पानी खत्म हो जाने के बाद बच्चे प्यासे रहते हैं.
बच्चे घर से लाते हैं पानी
आलम ये है कि स्कूल में पानी की कोई सुविधा ही नहीं है और ऐसा एक दो-दिन नहीं बल्कि पूरे साल रहता है. ऐसे में छात्रों और अध्यापकों को इस गर्मी में पीने के पानी के लिए या तो घर से बोतल में पानी लाना पड़ता है, नहीं तो आसपास बने घरों पर निर्भर रहना पड़ता है.
हैरानी की बात ये है कि ये समस्या तकरीबन दो साल से है, लेकिन प्रशासन अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं कर पाया है. हालांकि अध्यापकों द्वारा प्रशासन को लिखित में कई बार आवेदन दिया जा चुका है, लेकिन प्रशासन झूठे आश्वासन देता आ रहा है.
वहीं शिक्षिका पुष्पा शाक्य ने बताया कि स्कूल में बिजली और पानी की बहुत समस्या है. बिजली की समस्या तो पास में डीपी लग जाने के बाद खत्म हो जाएगी, लेकिन पानी की समस्या काफी बड़ी समस्या है.
⦁ बच्चे घर से एक बोतल पीने का पानी लेकर आते हैं स्कूल.
⦁ बोतल खाली होने पर बच्चे प्यासे रहते हैं.
⦁ स्कूल के आसपास कुएं, हैंडपंप सब सूख चुके हैं.
⦁ तकरीबन दो साल से लगातार चल रही है पानी की समस्या.
⦁ पिछले डेढ़ साल से लगातार शिकायत देने के बावजूद समस्या का निराकरण नहीं हुआ.
⦁ अधिकारी सिर्फ देते हैं समस्या के निराकरण का आश्वासन.
वहीं छात्रा हेमा ने बताया कि घर से एक बोतल पानी लेकर आते हैं, लेकिन खत्म हो जाने पर पानी नसीब नहीं होता है. जब इस बारे में डीपीसी विक्रम सिंह राठौर से बात की गई, तो उन्होंने गोलमोल जवाब दिया.
उन्होंने पीएचई विभाग पर पल्ला झाड़ते हुए कहा कि पीएचई विभाग को इस बारे में सूची दी जा चुकी है और 618 स्कूलों का चयन किया जा चुका है, जिनमें से 188 स्कूल में हैंडपंप लगाए जा चुके हैं. वहीं इस स्कूल का नाम भी पीएचई लिस्ट में हैंडपम्प लगाने के लिए दर्ज है.
इस मामले पर एडीएम भूपेंद्र कुमार गोयल ने कहा कि डीपीसी को आदेश दे दिया है, वह स्कूल में निरीक्षण करेंगे और वहां पर पास में स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र से पानी की उपलब्धता करवाएंगे.