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दो दिवसीय महाबोधि महोत्सव का हुआ आगाज, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने किया शुभारंभ - Mahabodhi Festival started

सांची में दो दिवसीय 67वें महाबोधि महोत्सव का आगाज हो गया है. केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने इसका शुभारंभ किया. महोत्सव के आगाज के मौके पर भगवान बुद्ध के शिष्य महामोदग्लायन और सारिपुत्र के पवित्र अस्थि कलश पूजन किया गया.

दो दिवसीय महाबोधि महोत्सव का हुआ आगाज
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Published : Nov 23, 2019, 10:33 AM IST

Updated : Nov 23, 2019, 10:49 AM IST

रायसेन। विश्व पर्यटन धरोहर में शामिल सांची में दो दिवसीय 67वें महाबोधि महोत्सव मेले का आगाज आज से हो गया है. केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने इसका शुभारंभ किया. शुभारंभ के मौके पर वियतनाम से लाई गईं 80- 80 किलो वजनी भगवान गौतम बुद्ध के शिष्य महामोदग्लायन और सारिपुत्र की अस्थियां दर्शन के लिए रखी गईं.

दो दिवसीय महाबोधि महोत्सव का हुआ आगाज

केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने सुबह 6.30 बजे अस्थि कलश की पूजा की. इस दौरान श्रीलंका महाबोधि सोसायटी के अध्यक्ष बान गल्ल उपतिस्स नायक थेरो भी मौजूद रहे. यह अस्थियां वर्ष में एक बार निकाली जाती हैं. इन्हें यहां तलघर में रखा जाता है, जिसकी एक चाबी जिला प्रशासन के पास और दूसरी श्रीलंका माह बोधि सोयायटी के पास रहती है. दो दिवसीय उत्सव में कई बौद्ध अनुयायी भी शामिल होते हैं.

इस अवसर पर प्रहलाद पटेल ने कहा कि इस पूजा में शामिल होना ओर इन पवित्र अस्थियों के दर्शन करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. श्रीलंकाई पर्यटकों की सुविधा के लिए सिंहली भाषा मे शाइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं. उन्होंने सांची स्तूप परिसर में लगाए गए सिंहली भाषा के शाइन बोर्ड का निरीक्षण भी किया. शाम के समय संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित महाबोधि उत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे.

इन देशों से आएंगे गौतम बुद्ध के अनुयायी

गौरतलब है कि इस वार्षिक उत्सव में जापान, वियतनाम, थाईलैंड, कोरिया, चीन, कंबोडिया जैसे कई बौद्ध देशों से अनुयायी शामिल होते हैं. इससे पहले इन पवित्र अस्थियों को तलघर से निकालकर बाहर रखा जा सकता है, ताकि श्रद्धालु इनका दर्शन कर सकें.

रायसेन। विश्व पर्यटन धरोहर में शामिल सांची में दो दिवसीय 67वें महाबोधि महोत्सव मेले का आगाज आज से हो गया है. केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने इसका शुभारंभ किया. शुभारंभ के मौके पर वियतनाम से लाई गईं 80- 80 किलो वजनी भगवान गौतम बुद्ध के शिष्य महामोदग्लायन और सारिपुत्र की अस्थियां दर्शन के लिए रखी गईं.

दो दिवसीय महाबोधि महोत्सव का हुआ आगाज

केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने सुबह 6.30 बजे अस्थि कलश की पूजा की. इस दौरान श्रीलंका महाबोधि सोसायटी के अध्यक्ष बान गल्ल उपतिस्स नायक थेरो भी मौजूद रहे. यह अस्थियां वर्ष में एक बार निकाली जाती हैं. इन्हें यहां तलघर में रखा जाता है, जिसकी एक चाबी जिला प्रशासन के पास और दूसरी श्रीलंका माह बोधि सोयायटी के पास रहती है. दो दिवसीय उत्सव में कई बौद्ध अनुयायी भी शामिल होते हैं.

इस अवसर पर प्रहलाद पटेल ने कहा कि इस पूजा में शामिल होना ओर इन पवित्र अस्थियों के दर्शन करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. श्रीलंकाई पर्यटकों की सुविधा के लिए सिंहली भाषा मे शाइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं. उन्होंने सांची स्तूप परिसर में लगाए गए सिंहली भाषा के शाइन बोर्ड का निरीक्षण भी किया. शाम के समय संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित महाबोधि उत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे.

इन देशों से आएंगे गौतम बुद्ध के अनुयायी

गौरतलब है कि इस वार्षिक उत्सव में जापान, वियतनाम, थाईलैंड, कोरिया, चीन, कंबोडिया जैसे कई बौद्ध देशों से अनुयायी शामिल होते हैं. इससे पहले इन पवित्र अस्थियों को तलघर से निकालकर बाहर रखा जा सकता है, ताकि श्रद्धालु इनका दर्शन कर सकें.

Intro:एंकर रायसेन। विश्व धरोहर सांची में दो दिवसीय 67 वा महाबोधि महोत्सव मेला आज से शुरू हुआ, जिसका शुभारम्भ केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने किया । आज सुबह यहां वियतनाम से लाई गईं 80, 80 किलो बजनी क्रिस्टल बॉक्स में गौतमबुद्ध के शिष्य सारिपुत्र और महामोद ग्लायन की अस्थियां दर्शनार्थ रखी गईं, जिनकी सुबह 6.30 बजे केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने पूजा अर्चना कर दर्शन किये ।यह अस्थियां वर्ष में एक बार निकाली जाती है,इन्हें यहां तलघर मैं रखा जाता है जिसकी एक चाबी जिला प्रशासन के पास तथा दूसरी श्री लंका माह बोद्ध सोयायटी के पास रहती है। दो दिवसीय उत्सब में बौद्ध अनुयायी शामिल होते हैं। आज सुबह परंपरागत तरीके से शुभारंभ हुआ।Body:Vo1भगवान बुद्ध के दो परम शिष्यों अरहंत सारिपुत्र ओर महा मोगल्लान के पवित्र अस्थि कलश पूजन का 67 वां दो दिवसीय वार्षिकोत्सव आज बड़ी धूम धाम से सांची में शुरू हो गया। केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल और श्रीलंका महाबोधि सोसाइटी के अध्यक्ष बान गल्ल उपतिस्स नायक थेरो ने भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना कर इस बोद्ध समागम की शुरुआत की। गौरतलब है कि इस वार्षिक उत्सव में जापान वियतनाम थाईलैंड कोरिया चीन कंबोडिया जैसे कई बोद्ध देशों से अनुयायी शामिल होते हैं। इससे पूर्व इन पवित्र अस्थियो को तलघर से निकालकर उन्हें श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए मंदिर में रखा गया। साल में केवल एक बार ही इन अस्थियों को तलघर से बाहर निकाला जाता है।
इस अवसर पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री प्रह्लाद पटेल ने कहा कि इस पूजा में शामिल होना ओर इन पवित्र अस्थियों के दर्शन मेरे लिए सौभाग्य की बात है। ओर श्रीलकाई पर्यटकों को सुविधा के लिए सिंघली भाषा मे शाइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं।
श्री पटेल ने सबसे पहले स्तूप परिसर में सिंघली भाषा मे उनके निर्देश पर लगाये गए शाइन बोर्ड का निरीक्षण भी किया।
शाम के समय संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित महाबोधि उत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जायेंगे।

बाइट पहलाद पटेल केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रीConclusion:
Last Updated : Nov 23, 2019, 10:49 AM IST
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