रायसेन। किसी भी सरकारी अधिकारी या जनप्रतिनिधि के सामने सुनवाई नहीं होते देख सिलवानी तहसील के साईंखेड़ा गांव के लोगों ने बड़ा आंदोलन करने का मन बना लिया है. मामला शराब दुकान से जुड़ा है, जो साईंखेड़ा गांव के पाला मार्ग पर पिछले साल खोली गई थी. दुकान खुलने के तुरंत बाद से ही स्थानीय लोग इसके खिलाफ हो गए थे. उनका कहना है कि इस दुकान की वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
बदमाशों का जमावड़ा लगा रहता है: साईंखेड़ा के लोगों का कहना है कि शराब दुकान के कारण इलाके में बदमाशों का डेरा लगा रहता है. आस-पास के शराबी और आपराधिक प्रवृत्ति के लोग दिन भर यहां मौजूद रहते हैं. महिलाएं और बच्चियां यहां से निकलने में भी डरने लगी हैं. पुरुष जब इसकी शिकायत करने जाते हैं तो शराब बेचने और पीने वाले उन्हें अपशब्द कहते हैं और मारपीट पर उतारू हो जाते हैं. इस वजह से कई बार बड़े झगड़े होते-होते बचे हैं. स्थानीय निवासियों ने इस शराब दुकान को हटाने की मांग सरकारी अधिकारियों और इलाके के जनप्रतिनिधियों से भी की थी.
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सद्बुद्धि देने के लिए कीर्तन: क्षेत्रीय विधायक ठाकुर रामपाल सिंह राजपूत को आवेदन देकर मांग की गई थी कि शराब की दुकान यहां से हटाई जाए. विधायक ने नए सत्र में दुकान हटाने का आश्वासन भी दिया था. लेकिन कुछ नहीं हुआ. अंत में अब शनिवार से इस दुकान के सामने सीताराम कीर्तन प्रारंभ कर दिया गया है. गांव की महिलाएं दुकान के सामने बैठकर भजन-कीर्तन कर रही हैं. उनका कहना है, 'हम यहां बैठकर शराब दुकानदार, अधिकारी और नेताओं के लिए सद्बुद्धि मांग रहे हैं ताकि यहां से शराब दुकान हट सके.' इस संबंध में एसडीओपी राजेश तिवारी का कहना है, 'शराब दुकान हटाने की मांग को लेकर धरना शुरू होने की खबर मिली है. मैं हाई कोर्ट में हूं. तहसीलदार को अवगत करा दिया है. सुरक्षा-व्यवस्था न बिगड़े, इसके लिए पुलिस फोर्स भेज दी गई है. धरना देने वालों से इस बारे में चर्चा की जा रही है.'