रायसेन। कोरोना संकट में गोहरगंज पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है. पुलिस ने एक मानसिक रूप से दिव्यांग महिला को उसके परिवार से मिलाया है. महिला बिहार की रहने वाली है. परिवार ने पुलिस का धन्यवाद किया.
सड़क पर घूमती हुई मिली महिला
गोहरगंज उप निरीक्षक आरके चौधरी और स्टॉप आरक्षक अमित शर्मा के साथ 4 मई को ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना कर्फ्यू के दौरान भ्रमण कर रहे थे. इस दौरान उन्हें सूचना मिली की एक महिला सड़क पर घूम रही है. मौके पर पहुंचने के बाद जब महिला से उसके बारे में पूछा गया, तो पता चला कि वह बिहार की रहने वाली है और महिला मानसिक रूप से दिव्यांग है. महिला ने घर का मोबाइल नंबर बताया, जिसपर संपर्क किया गया. महिला के भाई ने बताया कि वह रोहतास का रहने वाला है और महिला उसकी बहन है. महिला की मानसिक स्थिति ठीक न होने का कारण 2 हफ्ते पहले घर से भाग जाना बताया.
परिवार के आने तक ली महिला की सारी जिम्मेदारी
वहीं, गोहरगंज निवासी राजू मलिक के फार्म हाउस पर रहने वाले सलीम खान का परिवार मदद भी महिला की मदद के लिए आगे आए. उन्होंने कहा कि जब तक महिला को उसके परिवार वाले लेने नहीं आते हैं तब तक वह उसकी देखरेख करेंगे. खाने पीने की उचित व्यवस्था गोहरगंज पुलिस स्टाफ द्वारा की गई. बिहार के रोहतास से महिला के भाई और पिता उसे लेने पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने महिला से मिलवाने और उसकी देखरेख करने की तारीफ की और उनका धन्यवाद किया.
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जिला रोहतास बिहार की रहने वाली मानसिक रूप से दिव्यांग महिला को उसके भाई से मिलवाने में थाना प्रभारी गोहरगंज उप निरीक्षक आरके चौधरी और गोहरगंज निवासी राजू मलिक, सलीम खान के परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका रही.