रायसेन। जिला पशु चिकित्सालय इन दिनों मनमानी तरीके से काम चल रहा है. स्थानीय पशु मालिकों को आए दिन परेशान होना पड़ रहा. पूरा वाकया कमीशन खोरी जुड़ा है. जिसमें विभाग के अधिकारियों के भी शामिल होने का अंदेशा है.
चिकित्सकीय कार्यालय में सरकार कर्मचारियों के जरिए पशु पालन, पशु संवर्धन के लिए मिलने वाले ऋण की राशि पर इनका ध्यान केंद्रित रहता है. कुल मिलाकर पूरा मामला कमीशन खोरी का है. जिसे लेकर शिकायतें भी सामने आती हैं. गौशालाओं में रखे पशुओं के चारे के लिए मिलने वाली राशि में भ्रष्टाचार की बात सामने आई है. पशुओं को मिलने वाली दवाइयों का चिकित्सालय में हमेशा आभाव बना रहता है. कई बार दवा होने के बावजूद दवा नहीं दी जाती.