रायसेन। नगर परिषद बरेली में अध्यक्ष पद के लिए ओबीसी पुरुष की सीट आरक्षित होने के बाद ओबीसी में आने बाले कांग्रेस-बीजेपी की नेता सक्रिय नजर आने लगे हैं. आम नागरिक और बीजेपी के वरिष्ठ नेता नगर में बने डिवाइडर के निर्माण में एक करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया हैं.
वरिष्ठ बीजेपी नेता दो बार नगर अध्यक्ष रहे इन का डिवाइडर को लेकर कहना है नेशनल हाइवे 12 की परमिशन के बिना सब के सहयोग से डिवाइडर बनवाया गया, लेकिन उस मे कोई काम नही हुआ जो काम हुआ वह आज पूरा उखाड़ गया. वहीं कांग्रेस नेता गिरीश पालीवाल की पत्नी गुंज्जन पालीवाल निर्दलीय अध्यक्ष रही इसलिए कांग्रेस इन पर खुलकर आरोप नहीं लगा पा रही है. हालांकि कांग्रेस जांच की बात कर रही है.
नगर परिषद बरेली सड़क के बीच डिवाइडर निर्माण और सौंदर्यकरण करना था, पैसे पूरे निकल जाने के बाद भी न सही तरह से डिवाइडर नहीं बना और न ही सौंदर्यकरण किया गया, जिस को लेकर आम नागरिक द्वारा भारी भ्रष्टाचार होने की लोकायुक्त में शिकायत की गई. जिस के बाद अभी तक लोकायुक्त की जांच जारी है. बताया जा रहा है कि डिवाइडर जिस तरह बनना चहिये था वैसा नहीं बनाया गया. इसमें कोई सौंदर्यकरण नहीं किया गया पेड़ पौधे भी नहीं लगाए गए.