पन्ना। जिला प्रशासन ने कागजों में पन्ना को खुले में शौच से मुक्त कर दिया है, लेकिन जमीनी हकीकत इसके विपरीत है. पन्ना नगर पालिका में कई ऐसे वार्ड हैं, जहां पर लोगों के पास शौचालय तो हैं, लेकिन उनका सही से निर्माण नहीं होने की वजह से लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं. लोग खुद इस बात को मानते हैं कि खुले में शौच जाना खतरनाक और शर्मिंदगी भरा है. फिर भी मजबूरी में उन्हें खुले में शौच जाना पड़ता है.
अगर साफ-सफाई की बात करें तो पन्ना को मंदिरों की पवित्र नगरी कहा जाता है. नगर पालिका से महज 200 मीटर दूर बने श्री बलदेव जी मंदिर के पास गंदगी का अम्बार लगा है. जहां से आने जाने वाले लोगों और श्रद्धालुओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. साथ ही आस-पास के निवासियों को गंदी बदबू-मच्छरों का सामना करना पड़ता है.
जब लोगों से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने इसकी हकीकत बताई, साथ ही लोगों में काफी आक्रोश भी देखा गया. लोगों का कहना है कि सरकार साफ-सफाई को लेकर लाख दावे करें, लेकिन जमीनी स्तर पर आज भी हालात जस के तस बने हुए हैं.