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मानसून के पहुंचने से पहले 'आसमानी आफत' से निपटने की तैयारी, आपदा प्रबंधन दस्ते ने लिया प्रशिक्षण - साल 2005 बाढ़

पन्ना जिले में साल 2005 में आई बाढ़ को देखते हुए प्रशासन इस बार पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है और किसी भी आपदा से निपटने के लिए रेस्क्यू दस्ता को प्रशिक्षित किया गया है.

मानसून से पहले प्रशासन ने की तैयारियां
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Published : Jul 1, 2019, 7:43 PM IST

पन्ना। प्रदेश में मानसून की दस्तक से पहले ही प्रशासन आसमानी आफत से निपटने के लिए मुस्तैद है. साल 2005 में बाढ़ से हुई तबाही को देखते हुए प्रशासन और आपदा प्रबंधन ने पूरी तैयारियां कर ली है.


कलेक्टर पन्ना के आदेश पर होमगार्ड के कर्मचारियों व सैनिकों ने कई तरह के प्रशिक्षण लिए. जिसमें मानसून को देखते हुए वोट परीक्षण, तैराकी का अभ्यास, इंजन की कार्य क्षमता और बाढ़ के दौरान फंसे व्यक्तियों को निकालने के तरीके, ड्राय रेस्क्यू के कई तरीकों का प्रशिक्षण दिया गया है.

मानसून से पहले प्रशासन ने की तैयारियां


कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बताया कि जिन गांवों में बाढ़ के हालात निर्मित होने की आशंका ज्यादा है, वहां पर खाद्यान्न पहुंचा दिया गया है. साथ ही होमगार्ड द्वारा अपने सैनिक और वोट भी तैयार कर ली गई है. कलेक्टर ने कहा कि टीम बनाकर ऐसे क्षेत्रों में लगातार निगरानी की जा रही है. बता दें साल 2005 में बाढ़ से कोहराम मचा था. जिसमें भारी तबाही हुई थी. बाढ़ में केन नदी के आसपास आने वाले कई गांव से नेटवर्क टूट गया था.

पन्ना। प्रदेश में मानसून की दस्तक से पहले ही प्रशासन आसमानी आफत से निपटने के लिए मुस्तैद है. साल 2005 में बाढ़ से हुई तबाही को देखते हुए प्रशासन और आपदा प्रबंधन ने पूरी तैयारियां कर ली है.


कलेक्टर पन्ना के आदेश पर होमगार्ड के कर्मचारियों व सैनिकों ने कई तरह के प्रशिक्षण लिए. जिसमें मानसून को देखते हुए वोट परीक्षण, तैराकी का अभ्यास, इंजन की कार्य क्षमता और बाढ़ के दौरान फंसे व्यक्तियों को निकालने के तरीके, ड्राय रेस्क्यू के कई तरीकों का प्रशिक्षण दिया गया है.

मानसून से पहले प्रशासन ने की तैयारियां


कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बताया कि जिन गांवों में बाढ़ के हालात निर्मित होने की आशंका ज्यादा है, वहां पर खाद्यान्न पहुंचा दिया गया है. साथ ही होमगार्ड द्वारा अपने सैनिक और वोट भी तैयार कर ली गई है. कलेक्टर ने कहा कि टीम बनाकर ऐसे क्षेत्रों में लगातार निगरानी की जा रही है. बता दें साल 2005 में बाढ़ से कोहराम मचा था. जिसमें भारी तबाही हुई थी. बाढ़ में केन नदी के आसपास आने वाले कई गांव से नेटवर्क टूट गया था.

Intro:पन्ना जिले में सन 2005 में बढ़ ने कहर मचाया था और भारी तबाही भी हुई थी केन नदी के आसपास आने वाले कई गांव से नेटवर्क टूट गया था आने वाले मानसून में इस तरह के हालात न बने इसको देखते हुए शासन मुस्तेद हो गया है और आपदा प्रबंधन के द्वारा तैयारिया पूर्ण कर ली गई है।


Body:एंकर :- कलेक्टर पन्ना के आदेश पर होमगार्ड के कर्मचारियों व सेनिको के द्वारा आने वाले मानसून को देखते हुए वोट परीक्षण, तैराकी का अभ्यास, इंजन की कार्य क्षमता और बढ़ के द्वारान फसे व्यक्तियों को निकालने के तरीके, ड्राय रेस्क्यू के विभिन तरीको आदि का प्रशिक्षण भी कर लिया है।


Conclusion:बीओ :- 1 कलेक्टर पन्ना ने बताया कि जिन गांव में बढ़ के हालात निर्मित होने की आशंका ज्यादा है वहा पर खाद्यान्न पहुचा दिया गया है इसके साथ है होमगार्ड के द्वारा अपने सैनिक ओर वोट भी तैयार कर ली गई है। इसके साथ ही टीम बना कर लगातार निगरानी की जा रही है।
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