पन्ना। प्रदेश में मानसून की दस्तक से पहले ही प्रशासन आसमानी आफत से निपटने के लिए मुस्तैद है. साल 2005 में बाढ़ से हुई तबाही को देखते हुए प्रशासन और आपदा प्रबंधन ने पूरी तैयारियां कर ली है.
कलेक्टर पन्ना के आदेश पर होमगार्ड के कर्मचारियों व सैनिकों ने कई तरह के प्रशिक्षण लिए. जिसमें मानसून को देखते हुए वोट परीक्षण, तैराकी का अभ्यास, इंजन की कार्य क्षमता और बाढ़ के दौरान फंसे व्यक्तियों को निकालने के तरीके, ड्राय रेस्क्यू के कई तरीकों का प्रशिक्षण दिया गया है.
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बताया कि जिन गांवों में बाढ़ के हालात निर्मित होने की आशंका ज्यादा है, वहां पर खाद्यान्न पहुंचा दिया गया है. साथ ही होमगार्ड द्वारा अपने सैनिक और वोट भी तैयार कर ली गई है. कलेक्टर ने कहा कि टीम बनाकर ऐसे क्षेत्रों में लगातार निगरानी की जा रही है. बता दें साल 2005 में बाढ़ से कोहराम मचा था. जिसमें भारी तबाही हुई थी. बाढ़ में केन नदी के आसपास आने वाले कई गांव से नेटवर्क टूट गया था.