पन्ना। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की फसलों के उपार्जन के लिए हर संभव सुविधाएं देने के आदेश दिए हैं, ताकि कोरोना वायरस के कारण हुए किसानों को अपनी फसलों का सही दाम मिल सके.
फसलों की खरीदी के लिए कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के द्वारा जिले में अतिरिक्त केंद्र भी बनवाए गए हैं और खरीदी केंद्रों में सेनिटाइजर की व्यवस्था सहित सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करवाने के आदेश दिए गए थे. लेकिन उनके ही अधिकारी और कर्मचारी नियमों को ताक पर रखकर किसानों के साथ छलावा कर रहे हैं.
मामला जिले के प्राथमिक कृषि साख समिति आहिरगुंवा और गेहूं उपार्जन केंद्र बृजपुर का है, जहां पर अपनी फसलों का उपार्जन करने आ रहे किसानों ने काफी आरोप लगाए हैं. किसानों का कहना है कि चार रुपए प्रति क्विंटल उनसे तुलाई ली जा रही है. इसके साथ ही लगभग दो किलो अनाज का अतिरिक्त सैम्पल लिया जा रहा है.
किसानों का यह भी आरोप है कि अगर सैम्पल के लिए दो किलो अनाज नहीं दिया जाता है तो उनका अनाज रिजेक्ट कर दिया जाता है. उपार्जन केंद्र पर ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाया जा रहा है और न ही वहां किसानों के लिए अन्य सुविधाएं दी गई हैं. इस कारण अन्नदाता किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.